छूट गयल गवआ के पानी, छूट गयल घरबार हो
छूट गयल गवां के पानी, छूट गयल घरबार हो
तूख के गया दूधवा पियल, सपना भाईल यार हो
नजर ना आवे भूआरी भैसिया,
नजर ना आवे भूआरी भैसिया, नदिया के कच्छार हो
छूट गयल गवां के पानी,
छूट गयल घरबार हो
तूख के गया दूधवा पियल, सपना भाईल यार हो
तूख के गया दूधवा पियल, सपना भाईल यार हो
घरबा मेरा खलू,
काथ के पिजोरीया,
सुते जा बुढिया मैं,
डाले मा सहरीया
याद आवे हम के उता,
बाबा के कोठारीया,
पिये जहां हो का,
बैठी गऊँवा जवरिया
चूला चोकी घर के रसया,
भाईल बादसवार हो
छूत गयल गउँवा के पानी, छूत गयल घरबार हो
दू हुके गई आदु धवा पील, सपना भाईल यार हो
कहतव में लहरत गए हूं साट सोके रहिया,
फुलल फुलल गेन दाप हूं तालावा तलईया
छूत गयल गउँवा के पानी,
छूत गयल घरबार हो
दू हुके गई आदु धवा पील, सपना भाईल यार हो
दू खे गई आदु धवा पील, सपना भाईल यार हो