अब कैसे हमर भाटी जर्जाए
शल जय बतु ताजी अब कैसे हमर भाटी कर जवा
हमर भाटी कर जवा सी अब कैसे
हमर भाटी कर जवा सी अब कैसे
हमर भाटी कर जवा सी अब कैसे
हमर भाटी कर जवा सी अब कैसे
अमर फाटी कर जवा
जाये ना देब रजा तोह के बहरिया
सब दूख सहब रहब संगही समरिया
जाये ना देब रजा तोह के बहरिया
सब दूख सहब रहब संगही समरिया
विरहा के अगिया सहब कोईसे हमर फाटी कर जवा
हमर फाटी कर जवासी अब कोईसे
हमर फाटी कर जवा
चड़ल जवनिया माटी में मिली जाई है
कैसे बभीता जीन गिया बिताई है
चड़ल जवनिया माटी में मिली जाई है
कैसे बभीता जीन गिया बिताई है
तोहसे बिछड़के रह अब कैसे हमर फाटी कर जवा
हमर फाटी कर जवा सी अब कैसे
हमर फाटी कर जवा