वो
पाल गंज
पहे जटवा से गंज के रूप पहु रंगा गाजा पीये नि ख़नी भोनियः के गोला जी
हामार भूला जी हो, हामार भूला जी
अमार भोलाजी हो अमार भोलाजी
पह जड़מा से गंगजर के रूप बहुरणगा
जबिय ये ढिखरी भुळगिया के गोलाजी
अमार भोलाजी हो अमार भोलाजी
हमार बलाजी हो , हमार बलाजी
हमार बलाजी हो , हमार बलाजी
स्कुतार
चाहे हो खे राज़ा चाहे हो खे फकीर जी
सब के बनाई देले भोले तक कदीर जी
बसाहा सावारी आवः सबका तुआरी धिने राथ धूमेनी फकीर जंके टोला जी
हमार भोला जी हो हमार भोला जी
भोपाल गंस
कोहे नागें दारू जाला पी गैनी बिसके फ्याला
और भुदीरा खेले जोला जी
हमार भोला जी हो
हमार भोला जी हो