मास्चार्दिंग् सुप्रंकेसेड
कोईसे अकेले बोबी बोला तू
रहाबु हो
आज फगुना हाटा के बोला कोईसे सहाबु
अरे निहा हमो के बनाला तू आप उनेला भारी
कटी जाई फगुनी पयारी काजाल हमो के बनाला तू आप उनेला भारी
छट छण पुस्थारी राती
अरे निधी
हमो के बनाला तू आप उनेला भारी
फगुनी पयारी चलेते हैं वस्त याई वस्त में न रही जवनी
कोई बारदास न याकेले रानी उठी जब प्यार के रवर्हनी
लगी नही जाड धाईले रहा पुया कावारी आहो कौरब मासाज रंगत सौउसी सारीरी आ
चोटी हमो के बनाला तू आप उनेला भारी कड़ा चानी
हमके एक न अरे चोली हमो के बनाला तू आप उनेला भारी
करोब हमो डियोटी बनाले रहाब खोली आमे
तरजा खोली आमे तरजा
चंदन सावराज के तू दे दयाजादी लुटी होधी पद्ग संघे मरजा