गुसाई पटी गुसी नगर
जियत जीमार दिहल महाबत के तीर से
जियत जीमार दिहल महाबत के तीर से
महाबत के तीर से
महाबत के तीर से
हमारी अरती सजाई है जान ты गुलावा के फुल से
हमारी अरती सजाई है जान ты गुलावा के फुल से
जियते जिमार दिहलो महाबत के तीर से
जियते जिमार दिहलो महाबत के तीर से
हमार यरती सजई होई जान तू गुलाबा के फूल से
हमार यरती सजई होई जान तू गुलाबा के फूल से
गुसाई पटी गुसी नगर
प्यार में कवने कमी पहिल प्रेमी के छड़ी कहा गहिल
दिल में उठे ऐसा लहर तुहरा बिलना
कैसे रम प्यार में कवने कमी पहिल प्रेमी के छड़ी कहा गहिल
दिल में उठे ऐसा लहर तुहरा बिलना
कैसे रम हमारी अरती सज़ाई है जार
तु गुलाब के फूल से
हमारी अरती
अरती सज़ाई है जार
तु गुलाब के फूल से
हमारी अरती सज़ाई है जार
तु गुलाब के फूल से
हमारी अरती सज़ाई है जार
तु हूरी अरती सज़ाई है Dad
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तेज निरा लगरयाद में रोव तट दिन चहरा आत में
राज से पल दोखा देखी के सुन रमखा
तेज निरा लगरयाद में रोव तट दिन चहरा आत में
राज से पई रोखा देखीके सुनरा मौका
हमारी अरती सजाई है जान तू गुलावो के फूल से
हमारी अरती सजाई है जान तू गुलावो के फूल से
जियत जिमार दिहल महाबत के तीर से
जियत जिमार दिहल महाबत के तीर से
मुहाबत के तेर से हमर यरती सजाई आये जान तु गुलाबत के फूल से
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