सीख, सीख, सीख, हाँ मिलीसीख, सीख, सीख, हाँ मिलीसीख, सीख, सीख, हाँ मिलीसीख, सीख, सीख, हाँ मिलीमा बोली बेटा पहले हाथ नहीं उठानालेकिन दे दे जो चमाट कर भाग के नहीं आनाखोले जो किताब वो इसाब दे के आनाहमारे गोई लाथ तो फिर ठांग के ही आनापाप बोला बेटा सुबसे तोष्टी बनानालेकिन दे दे गोई आंख तो फिर आँख में भूकानाहमारे गोई लाथ तो फिर ठांग के ही आनाऔर जो आए एक-साथ, तो एक-साथ है जानावो उस आदमी में था, मेरा बालक में चाज और वो आदमी से थामेरा चीती शरीर वो साला हाथी से थामैं बच्चपन से ही थोड़ा बागी से थावो बोला मुझे बेटा तेरा किस को हूलआंख नीचे भी रहा किस को घूरजानता नी बावे तू ये किस का schoolलाइक करे दी, पूल्स तह किस मां कबूलमैंने गाली पढ़ा था उसने काल्प नी पढ़ा थामैं निकाली बागी था उसने काल्ली अदिखा थाऔर मैं गाली दिखा था जैसे गाल्दी पढ़ा थापरेशानलेकिन जब वो जुल्म का तपापतो रखना जहन में ये बात तेरी मा बोलीमा बोली बेटा पहले हाथ नहीं उठानालेकिन देदे जो चमाट गर भाग के नहीं आनाखोले जो किताप वो इसाब देके आनाऔर मारे कोई लास तो फिटाउंग के ही आनापाप बोला बेटा सूखसे दोस्ती बनानालेकिन देदे कोई आंस तो फिर आंख नहीं जुकानामारे कोई लास तो फिटाउंग के ही आनाऔर जो आए एक साथ तो एक साथ लेके जानाअगले दिन में बैठा तैयारबदली कमीज और तमीज और चालछाती थोड़ी बार थोड़ी उची ये नाकआर्थ मस्तमान बना मेरी एठालपैने रखा काम से काम बर खाम बखावो देखा मुझे क्लास के बारएक बस्ता छोड़ दिया बूत उतारकिया खूब उठार दिया छूद उतारदिया सूप पे लाथ में घुटने बादवो देखा मुझे थूप तलान वो गुट के बादबचाना चाहे उसके यार पर सब बेकादेखा उसे काँच के बार तो काम तमामदेगे मूना आज के बाद वो अपने आप चलेना वो आज ये पातले रस्ते ना पकरेसले बच चता पर सब हिसास है तभी बैठामैं हिरान और बैक कर बाराक्या करू माहाथ दरे बैठी या फिर हाथ दरू माइंसाफ करू क्यातब रखो साफ या विरतात तो निशानबेटा होते नहीं परेशान इतनी बिलानसे काम तु रख परेशानलेकिन जब वो जुल्म का तब भाग तो रखनाजहन में ये बाद तेरी मावली मावलीबेटा पहले हाथ में उठाना लेकिन दे दे जो चमाटअगर भाग ये नहीं आना, खुल जो कहता वो इसाफ देके आनाऔर हमारे कोई लाथ तो फिर टाम के ही आनाबाब होला बेटा साथ सी दोस्ती बनानालेकिन दे दे कोई आंखतो फिर आंख नहीं जुकाना, हमारे कोई लाथ तो फिर टाम के ही आनाआउजुआ एक सत्तो एक साथ लेकिन चाना कियों स्विच