लौव भी दोस्तो, सुनिया के शोटा दियोर पाभीयां दा गेना हुन्दा है, पाभीनु जब करवाला करना होई तान दिल लोड़वासते शोटा दियोर ही जाद हुनदा है,गल कुछ ऐसता है, एक पाभी अपने दियोर नु अपनी शोटी पहन दे वियादालारा लाके ते पिछों को गल नहीं बनोंदी,लोग कांदे तनने सुन, एक दिन दियोर शराब नाल रज, हथ विच कोकियां वाला खुणडा फ़रके, अपनी पाभी दे द्वाले हो जानदा है, उननी देर खैडा नहीं शडदा, जिनना चेर पाभी अपने दियोर नु वियाके मकलाबा नहीं लिया दिनदी, लोग सुगुसे नु रख मोड के, दोमे हत खडी जोड के,पहरा नु पावे, हत लवा लेवे, पन स्याना दियोरा, खुणडा मैं करती व्यादा टालावे, पन स्याना दियोरा,तान्यां दी आरी फिरती, सीनें ते काफी चिरदी, लोग काने मैंनु बहुत सताया नहीं, मरजूं जा मारूं, तान्यों मैं पीके थे क्यों आया नहीं, मरजूं जा मारूं,मारे क्यों मरदा दियोरा, लोग काना कुछ नहीं जाना,उझडू करवस दा रसताय, उल्टा क्यों तन दाय ताना,खावे सोंवटी पापी, अखां क्यों करिया नापी, बुकल विच पैके चूरी खा लै, वे पन स्याना दियोरा, फुणना मैं करती व्यादा टाला, वे पन स्याना दियोरा,मिठियाना मार पापी, मैंनी कुछ सुनना चाओंदा, आगया आज आप आई ते, विखीं हुण पर तू पाओंदा,मिठियाना मार पापी, मैंनी कुछ सुनना चाओंदा, आगया आज आप आई ते, विखीं हुण पर तू पाओंदा, हुण कुछ बोल जयादा, मैंनु नी शौक वियादा,आई नाचर पंबड पूसे पाया नी, मरजूं जा मारूं, ताइयो मैं पी के थे क्यों आया नी, मरजूं जा मारूं,हाडा मैं मिंता कर दी, मूहों ते बोल दियो रा, मिल जाओ तू जो कुछ चाओना, दिल दी गंड खोल दियो रा,चंगी जड़ दोहां च लके, बाहूं फडला लें यके, तैनु तर भुलिया मापिया वाला, वे बन स्याना दियो रा, हुण ना मैं करती वियादा टाला, वे बन स्याना दियो रा,शितरां दी मारी नो मन, चार दी है स्याने कहिंदे, पहला ही हुंदी सिती, कातों आस्यापे पहिंदे,बांडी दे गरे वालदा, गुसानी नाग नालदा, फुण क्यों मुकलावा पल विच आया नी, मरचूं जा मारूं, तैनु मैं पीके ठे क्यों आया नी, मरचूं जा मारूं,