एकों का सत्नाम कर्तापुरक निर्भाव निर्वैर अकालुमुरत अजूनी सैवन
गुर्बजाद जब आद सच जुगाद सच है भी सच नानक होसी भी सच
गुर्बजाद जब आद सच जुगाद सच है भी सच नानक होसी
गुर्बजाद जब आद सच जुगाद सच है भी सच नानक होसी
गुर्बजाद जब आद सच जुगाद सच है भी सच नानक होसी
गुर्बजाद जब आद सच जुगाद सच है भी सच नानक होसी
मेरा मुझ में कच्छू नहीं जो कुछ है सुतेरा
तेरा तुझको सौपते क्या लागे है मेरा
मेरा मुझ में कच्छू नहीं जो कुछ है सुतेरा
तेरा तुझको सौपते क्या लागे है मेरा
मेरा मुझ में कच्छू नहीं
सुख दुख जिहपर से नहीं लोभमों अभिमान
सुख दुख जिहपर से नहीं लोभमों अभिमान
सुख दुख जिहपर से नहीं लोभमों अभिमान
सुख दुख जिहपर से नहीं लोभमों अभिमान
सुख दुख जिहपर से नहीं लोभमों अभिमान
कहु नानक सुन रे मना सो मूरत भगवान।
मेरा मुझ में कच्छू नहीं क्यों कुछ है सुतेरा। देरा तुझको सोकते क्या लागे है मेरा। मेरा मुझ में कच्छू नहीं।
सुख में बहु संगी भैं, दुख में संग न कोई।
सुख में बहु संगी भैं, दुख में संग न कोई।
कहु नानक हरिभज मना जो अन्तसाई होई।
कहु लानक हरिभज मना जो अंत सहाई होए
मेरा मुझ में कच्छू नहीं चो कुछ है चो तेरा
तेरा तुझको सोपत क्या लादे है मेरा
मेरा मुझ में कच्छू नहीं
मेरा मुझ में कच्छू नहीं
चिंताता की कीजिये जो अनहोनी होए
चिंताता की कीजिये जो अनहोनी होए
इह मारक संसार को नालक धिर नहीं खोए
इह मारक संसार को नालक धिर नहीं खोए
इह मारक संसार को नालक धिर नहीं खोए
इह मारक संसार को नालक धिर नहीं खोए
मेरा मुझमे कच्छू नहीं जो कुछ है सो तेरा तेरा तुझको सोपते जा लागे है मेरा
मेरा मुझमे कच्छू नहीं जो कुछ है सो तेरा तेरा तुझको सोपते जा लागे है मेरा
मेरा मुझमे कच्छू नहीं