ओम् नवर्षिवार शिवजी सदा सहार
ओम् नवर्षिवार
पुरुजी सदा सहार
दुग्री वालेया गुरुजी तेरे मिठडे ने बोल
तेरे मिठडे ने बोल
मिठडे ने बोल
दुग्री वालेया गुरुजी तेरे
मिठडे ने बोल
घंगरी वाले आँ गुर जी तेरे मिथडे ने बोल
घंगरी वाले आँ गुर जी तेरे मिथडे ने बोल
सुनके वचन मैं तेरे सत्गुर पवसागर तर जावां
तेरे चरणां दे विच बैखे सत संग तेरा गावां
करनां दे गुरजी तेरे मिठड़ेने बोल
दुगरी वाले या गुरजी तेरे
मिठड़ेने बोल
तेरے ول نجر ہو ت 때문에ں تیرے کیوں میں نہیں گبراؤں
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پر
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مل گوں
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feared
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घट
जब यालепो वो Yao
जहानहा दिखी
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धुगरी वाले आ
गुरुजी तेरे मिठडेने बोल
देख ले आ के नसीब ही मेरे समझेगा तू दाता
देख ले आ के नसीब ही मेरे समझेगा तू दाता
अमरित बहे नाम तेरा मैं शरद्धा से हूँ गाता
दुग्री वालेया गुर्जी तेरे मिठडेने बोल
दुग्री वालेया गुर्जी तेरे मिठडेने बोल
ओम मवचिवाल
शिवजी सदा सहान
सिर मेरा तेरे चर्णी होवे सिर ते हत हो तेरा
अन्तसमय जब आये गुरूजी हिरदे रहे बसेरा
हिरदे रहे बसेरा चहल दे गुरूजी हो कोल
दुग्रिवालेआ, गुरूजी तेरे मिठडे ने बोल
दुग्री वाले अब गुरुजी तेरे
मिठडेने बोल