तड़के तड़क आके मो जो प्यार सू उठावे
अपनी बात कहने कू चूडी खान कावे
बाबा मोहन राम की महरमों पे होगी
जो तू बणगी मेरी भ्याली मेरी बाहु कहें लावे
करू तो सू में प्यार गुजरी
ओखन को वार तेरा सूदो होगो पार मेरे दिल में गुजरी
ओखन को वार तेरा सूदो होगो पार मेरे दिल में गुजरी
तू दूद सी मलूक मैं तो तोपे सगड़ वारगो
बिचोली एक सुक्रिया करूँ जनम सुधारगो
माये के जो जावे जो तू रात मेरी काड़ी तेरी
याद मैं ओ अपसरा रात दिन महारगो
कर ले कुछ तो खयाल गुजरी
ओखन को वार तेरो सूदो होग पार
मेरे दिल में गुजरी
ओखन को वार तेरो सूदो होग पार
मेरे दिल में गुजरी
लग घणी जोर की गेर के स्याही
पलक जो तेरी बाजेर
हर सिर पे ओनो पहर कडूला
मौते बिंदी सा जेर
तेरो रूप देखके बिनो रॉम जी
मोरा पैच फेरावे
फूलन पे मुहाड बैठके
मीठ और शहद बनावे
घणी लगे तू कमाल गुजरी
ओखन को वार तेरो सूदो होग पार
मेरे दिल में गुजरी
ओखन को वार तेरो सूदो होग पार
मेरे दिल में गुजरी
बॉंद के हंडिया खीच के रसी
जब तू दूद बिलावे
नीम पे बैठी कोयल अपनो
मीठो गीत सुनावे
कलम चलावे नीचे बैठो
पीडी पार
अवला
फिर सैज सैज उन बोलने
गा के तू सुनावे
तेरी धूमे मिसाल गुजरी
ओखन को वार तेरो सूदो होग पार
मेरे दिल में गुजरी
ओखन को वार तेरो सूदो होग पार
मेरे दिल में गुजरी
मेरा दर्मा कुछ ली