टुटी
टुटी
उम्म
एक रखके रसिया राम दन्गूदर की अवार में
रिकोटिंग सिवानी श्टोडियो वाडिंग
रिकोटिंग फिर्टा मारे स्लीबान भहेल जी धौलपूर
एक छोरी कहरी कैसे भईया,
का बोली
जी जी मोई लगे गूजर को हो प्यारो
श्रीवान भहेल जी
आ, सुनले
ज्वानी चड़े रही है मो में भारी बटन में उठूत लूजर को
छाती उपर चुम्मा लेको जी जी छोरा गूजर को
राम लेनके जटके सबसे ही अटके
गूजर