काहे बेरी
बेरी जान धामका वो तारा
होथ यार लेके हाँध में दिखा वो तारा
काहे बेरी बेरी जान धामका वो तारा
सुन रे पगली
हरी ज़यी आशे लगल तोड़ा हरा दिये जान
तोही दिन से करे लगनी गुंडा गरा दिये जान
हरी ज़यी आशे लगल तोड़ा हरा दिये जान
तोही दिन से करे लगनी गुंडा गरा दिये जान
सबे सलाम खो गेला
सभी काओ
काही भैने बड़ाया परादिवाल भैसुन बहरे की चाह थुमन रहा भरामेशुन
बुजला
गईलो पिया बाके घराये जान हमाजीन की हो गाई ज़हराये
जान तोही दिन से करे लगनी गुंडा गरा दिये जान
हरी ज़यी आशे लगल तोड़ा हरा दिये जान
तोही दिन से करे लगनी गुंडा गरा दिये जान
यह तो बलत बात बात है
किधा के धरातन मसुरीया बिटुराज हो वही न रहे ज़हराये जान बायाज हो
जननी न हो ख़बर तुपे दरा दिये जान
हरी ज़यी आशे लगल तोड़ा हरा दिये जान
तोही दिन से करे लगनी गुंडा गरा दिये जान
हरी ज़यी आशे लगल तोड़ा हरा दिये जान
तोही दिन से करे लगनी गुंडा गरा दिये जान
सहर में नाम के ख़बा है
सैके