प्रस्तुत्र प्रस्तुत्रएशाना कब हो जिन्दगी के हु के हे खुदा देमिला के जिन्दगी में के हु से होखे ना जदा देएशाना कब हो जिन्दगी के हु के हे खुदा देवैसा ना कौब जिन्दगी के हुगे खुदा देपहिला लो रवाँ जैसे बरसे पतारी आप्यार में जिन्दगे उनका हो कोई जहाणी आपहिला लो रवाँ जैसे बरसे पतारी आप्यार में जिन्दगे उनका हो कोई जहाँ आप्यार में जिनके उनका होगा इलजा हारिया, बिने उनका जी अब कैसे है, बिने उनका जी अब कैसे केहूं, हम केहे बता दे, ऐसा ना कौब जिन्दगी केहूं केहे कुडा दे,ऐसा ना कौब जिन्दगी केहूं केहे कुडा दे,प्रतनवा के सपनां सोचल कय ली पानी-पानी, बिकी के दिलावा के उपन गय ली रानी।प्रतनवा के सपनां सोचल कय ली पानी-पानी, बिकी के दिलावा के उपन गय ली रानी।प्रतनवा के सपनां सोचल कय ली पानी-पानी।नादान दिल के हमारे इतना बढ़ ना सजा देवैसा ना कौब जिन्दगी के हुदे कुदा देमीला के जिन्दगी में के हुसे ओखे ना जुदा देवैसा ना कौब जिन्दगी के हुदे कुदा देवैसा ना कौब जिन्दगी के हुदे कुदा देवैसा ना कौब जिन्दगी के हुदे कुदा देपुजाते