गाप लाती
गाप लाती
सस्रा में हर दिन तेहार लगला
बोड़ी निह्रान सबके दुलार लगला
बट रह जा जिते उनके कहानी हो
मधों से मिखा उनका रप्यार लगला
उनका कमिलते सब जाहे भूल रे नो नो दिया
सही हमार गुलारी के फूल रे नो नो दिया
सही हमार गुलारी के फूल रे नो नो दिया
खो सबो बिखरने बारेस जहां लोरी राजा
जिहन अगे बितावे ने लावा बाड़ी माज्या
बड़े जवरू बड़ी दुलारा सब बप्या हमर सदा है
गुतनी बहिन रूप पहाके हम वरिठी बहुलाना का है
पिहिया बाड़ी सारंत हम हूँ नच्छोला
रे नो ना दिया संहिया हमार बूल हो
रिक पूरा रे नो ना दिया संहिया हमार बूल हो
रिक पूरा रे नो ना दिया
रो जाओ नितस के अपना रो खब चुड़ाए
ना कहो तो ना नाए नजरियों लगाए
काहे ना हम इत रहाए जब तू हर बार ऐसा जाना
सौईया के हिवत बतीया के जुमेला हमर मनाए
बहुत लास् कमाईया वोड कूला रे न ना दिया
सौईया हमर गूलारी के भूला रे न ना दिया
सौईया हमर गूलारी के भूला रे न ना दिया
प्रस्तुत करते हैं