तु दीन दयाल सुनी जब से तब से मन मेरे में सी बसी है
मैंने और अपना मुत्याव की दयो और प्रभु तेरे इनाम की भैंट कसी है
तुम बिन नात दसाबो है जैसे जल जाल में मीन फशी है
अरे ऐसी करो जम लाज रहे प्रभु तेरी हसीन हमारी हसी है
तो माज रहे जिस रूप को मू रख दोनों छान
अरे पता नहीं
इस रूप पर सुकल युप जेगी धास
कर शुद्र फू बेन रखा थी है हमे तुम्हारी बास स्वीकार है कहाने सुनाने के तुरंत बाद तुम हमारा सर काट देना cloth लड़का को को पर आगे बैठा लेना उस वर राजा न और नौकरों को इसारा किया था तो उस रड़का न � tight yeah
छाटी भई
और एक लड़ी की पास बुलाई है
हत कड़ियां हाथ भी पड़ी भाई
एक लड़ी की पास बुलाई है
और लड़का ने क्या देखा
संग में एक सिर्था कटा हुआ
पीछे कुटा रहो आई है
लड़का ने नजर बढ़ाई
तड़ा करके जब देखा
सामने से एक लड़की आ रही है
जिसके हत कड़ियां पड़ी है
बेडियां पड़ी है
एक कटा हुआ सर है
और एक पीछे पीछे कुत्ता रहा है
और
बेडियां पैर में चकड़ी थी
जो बैदल नहीं चल पाती थी
वो लड़की
वो पैदल नहीं चल पाती थी
थे फटे पुराने बस्त्र यार वो तसानत देखी जाती थी
कुछ और देखा
लड़कवी के जो हतकडी बेडियां पड़ी हुई है
फटे पुराने बस्त्र है
देखा बालकनी पीछे से
कुछ लोग और भी आते थे
जब पैदल नहीं चल पाती थी
तब नोकर मार लगाने थे
लड़की को लाकर खे सामने
फटे पुराने बस्त्र है जब पैदल नहीं चल पाते थी
तब नोकर मार लगाने थे
तब नोकर मार लगाने थे
आपको लकीन लके के सामने अपने चिनी है कि मैं आपका नहीं अपनी अनुख्या है या अपना आता हुआ हूँ
खड़ा कर दिया और जब सामने खड़ा कर दिया तो उसी समय सनोबर राजा ने कहा कि देखो बेटा यह आ गई यही है गुल नाम की एक लड़की और बताया
अरे यही है वो बेबा भायले मेरे बेटा जाको गुलत है संसार भी
और मैं ही सनोबर हूं बही अरे मेरे लाला अब सुनिये भे दयागारी जी
कहानी अब हम तुम्हें सुना रहे है लड़की को पास बिठा लिया जिसके ऊपर नौकर मार लगा रहे है और जबाब दिया कि यही गुल नाम की लड़की है और मेरा नाम है सनोबर बेटा मैं तुम्हें बता रहा हूं अब जो कुट्टा देख रहे हो न अरे यह कुट्�
तो मित्र है अरे मेरे लाला जाने मेरी बचाई थी जाने जी जबाब दिया देखो बेटा यह कुट्टा जो है यह हमारा मित्र है हमारा भाई है जिसने हमारी जान बचाई
थी और यह लड़की जो बैठी है जिसके हाथ में हटकड़ियां और पैरों में बेड़ियां है फटे प्राने बस्त पहने है यही गुल नाम की लड़की है और यह कटा हुआ सर रखा है इसी ने मेरे साथ में कुछ किया था अब कहानी क्या थी वो हम तुम्हें बता रहे है
देखो एक दिन ऐसा हुआ मैं सिकार खिलने के लिए बंद में चला गया आरे एक दिवस की बात ते गले हाथ में बढ़े यगानी और गए एक बगिया के बीच में जा बैठी थी सुन्दर नामी
देखो एक दिन ऐसा हुआ मैं सिकार खिलने के लिए बंद में बंद में जा बैठी थी सुन्दर नामी
देखो एक दिन ऐसा हुआ मैं सिकार खिलने के लिए बंद में जा बैठी थी सुन्दर नामी
लड़की ने अपनी सहेलियों से संकेत किया लेकिन हम इस लड़की को देख करके क्या बताऊं बेटा क्या बताऊं
लड़की ने अपनी सहेलियों से संकेत किया बताऊं बेटा क्या बताऊं
लड़की ने अपनी सहेलियों से संकेत किया बेटा क्या बताऊं
लड़की ने अपनी सहेलियों से संकेत किया बेटा क्या बताऊं
लड़की ने अपनी सहेलियों से संकेत किया बेटा क्या बताऊं
लड़की ने अपनी सहेलियों से संकेत किया बेटा क्या बताऊं
लड़की ने अपनी सहेलियों से संकेत किया बेटा क्या बताऊं
लड़की ने अपनी सहेलियों से संकेत किया बेटा क्या बताऊं
लड़की ने अपनी सहेलियों से संकेत किया बेटा क्या बताऊं
लड़की ने अपनी सहेलियों से संकेत किया बेटा क्या बताऊं
लड़की ने अपनी सहेलियों से संकेत किया बेटा क्या बताऊं
लड़की ने अपनी सहेलियों से संकेत किया बेटा क्या बताऊं
लड़की ने अपनी सहेलियों से संकेत किया बेटा क्या बताऊं
लड़की ने अपनी सहेलियों से संकेत किया बेटा क्या बताऊं
लड़की ने अपनी सहेलियों से संकेत किया बेटा क्या बताऊं
लड़की ने अपनी सहेलियों से संकेत किया बेटा क्या बताऊं
लड़की ने अपनी सहेलियों से संकेत किया बेटा क्या बताऊं
लड़की ने अपनी सहेलियों से संकेत किया बेटा क्या बेटा क्या बताऊं
लड़की ने अपनी सहेलियों से संकेत किया बेटा क्या बेटा क्या बेटा क्या बताऊं
लड़की ने अपनी सहेलियों से संकेत किया बेटा क्या बेटा क्या बेटा क्या बेटा क्या बताऊं
लड़की ने अपनी सहेलियों से संकेत किया बेटा क्या बेटा क्या बेटा क्या बेटा क्या बताऊं
लड़की ने अपनी सहेलियों से संकेत किया बेटा क्या बेटा क्या बेटा क्या बेटा क्या बेटा क्या बेटा क्या बेटा क्या बेटा क्या बेटा क्या बेटा क्या बेटा क्या बेटा क्या बेटा क्या बेटा क्या बेटा क्या बेटा क्या बेटा क्या बेटा क्या बेट
महतारी बे आओ भो अब जे काएगो धड़ती पे पाउं धड़ती हुए अम्मा जो हती सो रोह रोह के परेशान और बे अरा चली दीनी सुकुमारी तब ही रोन लगी महतारी
मेरो तजी के जाई रही द्वार रहे के चली दीनी सुकुमारी
अतिखुशी लली के मन में जाओं प्रीतम के अब सगमे
अतिखुशी लली के मन में
जाओं प्रीतम के अब सगमे
जाऊं प्रीतम के यबसंग मी, मिल गए मन के मोई भरता, रक्षे के चन्दीनी सुखमादी।
जैसे ही इस लड़की के साथ मेरा विबा हुआ, और मेरे साथ चली, सोच रही थी, सोच रही थी ये लड़की, और हमसे कह रही थी।
मैं खुद तकली पर उठाओंगी प्रीतम से।
मैं खुद तकली पर उठाओंगी प्रीतम से।
मैं खुद तकली पर उठाओंगी प्रीतम से।
जब लड़की का विभा मेरे साथ हुआ और वो लड़की मेरे साथ आंगन में चली आई
लेकिन मैं इस लड़की के प्यार में इस लड़की की सुन्दरता पर इतने आधीन हो गए
इतने आधीन हो गए कि मैं फसिनारी के प्यार में
अरे मेरे बेटा कोई भूली गए ते दरबारदी
अरे मैं फसिनारी के प्यार में अरे मेरे बेटा कोई भूली गए ते दरबारदी
जवाब दिया मोई नाए मालो माथी जा बेबा भाया रे मेरे लाला
मोसे करती कपट भोप्या
रे जी
राती देना घर में रहे अरे मेरे लाला
मैंने छोड़ी दयो परिवार जी
राती देना घर में रहे अरे मेरे लाला
है जरुर झाला झालर इन दिन जब आप दिया कि इस ऑरथ के सिकंजा
में हम इतने पस गए कि हमने संसार छोड़ दिया परिवार छोड़ दिया
लेकिन इस बेबवफाह के प्यार में अंब्धे हो गए कि दरबार भी छोड़
मैं नहीं जानता था कि औरत वेवफा है लेकिन लेकिन दोस्तों साथ साथ हम आपको यह भी बता देना चाहते हैं
कि औरत के अंदर और औरत में मेरी केवल यही समझ में नहीं आया सोच सोच करके मैं दुखी हो गया
कि क्या छोपा दिया हर नारी में जो नहीं देखने में आता है अब धेस और नारी के आगे सूर बीर बलबाम तलक जुक जा है
क्या छोपा दिया है नारी में
सचा करता हूं कि दीन बंधव मतलब सरी से कोई बात संबंध नहीं है जो आप चिति संबंध
अ घैराई की बात है कि भगवान ने औरत में ऐसे कौन सी चीज बनाई औरतमें क्या छोपा
क्या छुपा दिया है नारी में जो नहीं देखने में आता है
नारी के आगे सूर भीर बलबान तलक जुप जाता है
बड़े बड़े बलबान छोड़ो
विद्वान, रिशी, महात्मा
ऐसा ही नहीं
देखो, देवतां की ऊर देखो
क्या देखा इंद्र अहिल्या पे
प्याही अपनी छोड़ी नारी
क्या देखा नीचे चंद्रमाने जो गुरु की लेभावो नारी
विश्वानी आपके नारी
विश्वानी आपके नारी
विश्वानी आपके नारी
मित्र मेन का केशब बन के बीच में बोराने
देखो नारद को नारी के पीछे भूमे भाई दीवोने
जादे तो नहीं कहना चाता
संचेप में ही हमारी बात समझे
क्या छुपा दिया हर नारी में
क्या छुपा दिया हर नारी में
जो नहीं देखने में आता है
नारी के आगे सूर बीर बलबां तलक जुख जाता है
जैसे ही दोस्तों लड़का से जबाब दिया
कि देखो बेटा कि हम इस औरत के प्रेम जाल में तने फस गए
कि हम सबको
कुछ भूल गए उसके बाद मैंने एक दिन देखा
एक दिन देखा क्या देखा
अर एक दिना की बातर भुड़ सारमे पहुँचे जाई
एक दिना की बातर भुड़ सारमे पहुचे जाई
और भोड़ा सब कब जोड मिले
भोड़ा सब कब मिले
जोड़ मिले जब देखे नजर भुमाई एक दिन देखा मैंने घुड़सार में घोड़ा दिन प्रत दिन कमजोड़ होते चले जा रहे हैं ये सब क्या तरीका है
महराज कही नोकर से तब ललकारे अरे हरामी मक्कारों सोते हो पाउं पसारे
सोई हां लजोडी के नोकर तब लाजा सेवत रामें
मैंने देखा कि घुड़ सार में घोड़ा दिन प्रत दिन कमजोड़ होते चले जा रहे हैं
तो एक नोकर से इसारा किया कि इतने बतमीज हो हरामी हो जो दिन प्रत दिन घोड़ा कमजोड़ होते चले जा रहे हैं
ये सब क्या है तो दोनों हाथ जोड़ करके नौकर कहने लगा महराज मुझे माफ करना
कहने के लाइक बात तो नहीं है लेकिन हम कहेंगे कि रात समय में महाराज और महराणी घर से आती है
अरे रात समय में महाराज महाराणी घर से आती है
अरे हो करके हो करके सबार भोड़ा पे नहीं पता कहां तो जाती है
कहानी सुनाई और बताया कि देखो बेटा नौकर ने हमसे ये कहा कि यही दड़की वो महाराणी नजाने रात में कहां जाती है
और भोड़ा होन से पहले ही जब भोड़ा लोट के आता है और दाना घास नहीं खाता बेहोसी में गिर जाता है
नौकार ने शारा किया कि तुम्हारी रानी नजाने कहां जाती है रात के समय और सुबह होने से पहले ही लोट करके यहां आ जाती है
जो घोड़ा ले जाती है इतनी तेजी के साथ दोड़ाती हुए लाती है
कि यहां आकर के घोड़ा बेहोस हो जाता है दाना घास तक नहीं खाता है
इसलिए सब घोड़ा कमजोड होते चले जाते हैं
इतनी बात जब हमने सुनी तो
नौकर के उपर विश्वास मैंने नहीं किया
लेकिन मैं
देखने लगे समय
बक्त देखने लगे
दूसरे दिन मैंने देखा कि
मेरी औरत वफ़ादार है
मेरी औरत मुझे इतना चाती है
कि मैं इस औरत के पीछे
सब कुछ भूल गया
और पूरा दिन हो गया
पूरा दिन हो गया दूसरे दिन
दूसरे दिन
अरे पूरा दिन गाओ
बीते रे जब साम होनी को आई
हारे पूरा दिन गाओ
जब आप दिया और मैंने जैसे यांगन की है मैंने बेटा यांगन की के पर नसीध लगाई दरबार से मैं आंगन में पहुंचे
और मेरी और और और और जो आज जगड़ी बैठी है यही मेरी और थे इसी ने महाराज महाराज नार ने आपत कंतनिहार पकड़कर आई लाइब बैठाई आशंदी नोडारे ऐसा ही नहीं तब लेकर गड़वा सोने बालों भरके नीर सरोयांगारे
और धाली पकबानन की लाई भोजन कर दे दिया हमारे
जब आप दिया
कि देखो बेटा जिस समय इस औरत ने हमें आते हुए देखा और तोरंत ही बड़ा सम्मान किया
और उसे चाहे नबूमती हमें बादन पानी उलाए के ददो
बड़े संदर संदर पकबान बनाई और हमें भोजन कराएगी के बाद में जाने जब हमें लिटाई दो
और बाके बाद में जब हम सोई गए तो तुरंत ये औरत भागी और हम सोई ना है देखत रहे
कि औरत कहां जा रही है
तो ले भोड़ा नारी चली अरे बेरे लाला हमां लागे तुरंत पीछारी जी
ले भोड़ा नारी चली अरे बेरे लाला हमां लागे तुरंत पीछारी जी
जब आप जिया देखो बेरे नारी
लेटा घोड़ा लेकर जब और पर जब भागी और हमने एक दूसरा घोड़ा निकल लें और हम भी इसके पींछे दोड़े
के देखिए कहां जाएगी है और हमसे जगह थी कि हम तुम्हारे बिना अब पहुंची जंगल पीछा में अरे मेरे बेटा
कोई, मिली दानी से झाएगी
अरे । सुपी के जाड़े न पीछा में अरे मेरे लौला
में
नीत
नारे को रहे ते निहारी जी
मैंने देखा कि औरत हमें सुला करके और घोड़ा पर सबार हो करके
कि ये कहां जाने लगी और तुरंत ही पीछे पीछे हम दोड़े
जब हम दोड़े तो मैंने देखा कि जंगल में एक दानी के पास में ये लड़की पहुँच गई
और बहाँ जाने के बाद में हम तो चुप चाप झाडी में छुप करके बैठ गए
कि देखे ये क्या करेगी तब उस दानी ने देखा कि आब आई हैं
और इतनी दिर तक तुम कहा रही
आओ नजाने में जा कुछ साधी से पहले ही बास है कोई सम्मन्द है तो
नजाने क्या था
मतलब पहले तो ये वो थी जो ये कहरी थी कि हम तुमारे बिना जिन्दा नहीं रह सकते
वो ही हमें धोका दे गई
एक दानी के साथ इसका हित हो गया तो दानी नहीं अब ले की सोटा मुदन में घर नारी धामा घाई
आरा ले की सोटा हाथन में घर नारी धामा घाई
गई रात सब पीच रे तुने कहां पे तेरा लगाई
जवाब दो हम तो एक ज्जाडी में छुपे भए देख रहे थे
बो दानी औरत पर दौर पड़ा
औरत पर दौर पड़ा
और कहने लगा कि सवेरे के चार बजी गई इतने खलना तू कहा रही
मा राज नारे ने जोरे दोनों हाथ
कीजा मा कुमा पसदा में रहूं तुमारे साथ
अपने प्रीतम को है जेर घवाई उमरे संगलाओं की
अपने प्रीतम को है जेर देके तुम संगलाओं की
जब आप दिया कि देखो लाला मैं एक झाडी में छुपा हुआ देख रहा था
जब इस औरत ने ये कहा कि हमारे पती आज घर में जल्दी आ गए
लेकिन सोय नहीं इसलिए हम लेट हो गए आने में
मुझे माफ कीजिए कल सुबेरा जब होगा मैं अपने पती को जेहर दे करके मार दूँगी
और हम तुमारे ही साथ रहेंगे क्योंकि तुमारे अलाबा मुझे कुछ भी अच्छा नहीं लगता
मुझे आज माफ कीजिए आज के बाद ऐसा कदाप नहीं होगा कभी नहीं होगा उसके बाद वह और अ
में हारेदानी के पास वैठी के मानी
है
ताली के पास बैठी के नारी और फिर हसी रही दैदै तारी
ताली के पास बैठी के नारी और फिर हसी रही दैदै तारी
अब चेरा सुखिवेगा ओ राणी को मेरे प्राण प्यारे आरे
अरे ले बाय बतल बारी रे हाथों आई गए मेरे रे भरतारे
अरे सने के पानी बैठा राणी की तानी तानी का नाई का भी है आवाज
अरे जफटी किराई लाओ तो धोका में के चरी छाप्ती पे पे फिगाओ जा
जब आप दिया बेटा जब एक दानी ने हमें देख लिया और अप कहने लगी इसे मार दा
उतने बचन सुने तो दानी ने धोका में हमें गिरा लिया लेकिन यही कुट्टा जो मेरे पास लेटा है
जैई बेवभा नारे माठी है जाने हाथ अभिलाई तलवार
अराबभादार कुट्टा मेरे ने कलीने ते मेरे प्राण बचाज
जब आप दिया बेटा जब दानी ने धोका में हमें नीचे दबा लिया इसी और अपने तलवार निकाली और हमें
मारने के लिए तैयार हो गई तब तक इस कुट्टा ने उस धनिकों अपने कब्जा में कर लिया बस यही एक वफादार
मेरा मित्र है मैं भाई लड़ाई हम दोनों में और ना ही उसकी पेस परी और यही नारी हमारी है जो देगा लेकिन तौरी परी
जब दानी की पेस नहीं गई तब इसी औरत ने हाथ में तलबार ले ली जो हमारे गले का हार थी वोई फिर जिन्दगी के लिए सूल बन गई कांटा बन गई और इसी ने हमें मार डालने के लिए तलबार हाथ में पकड़ ली ऐसा ही नहीं
बड़ी चतुर्पा से मैंने दानी का सिर काट दिया
वो तसा देखी उसका साथी अरे प्राण बचा कर भाग दिया
मैंने जब दानी का सिर काट दिया ये कटा हुआ सर रखा है
ये उसी पाची का है जिसने हमारी जान लेनी चाही
लेकिन उसका जो साथी था दूसरा प्रेमी था इसका
बादता हुआ बोद जंगी महर अंगेज के पास गया
उसने अपने तखत के नीचे उस दानी को छुपा लिया
केबल इतनी ही कहानी है
जब आप दिया देखो मेरे लाल
जिस समय हमने दानी का बद कर डाला
तो उसका साथी जो दूसरा था
वो जान बचा करके भाग गया
और महर अंगेज के पास पहुंच गया
महर अंगेज ने उसे अपने तखत के नीचे छुपा लिया
बस इतनी ही मेरी कहानी है
इस औरट को मैंने बंदी बना के रखा है
यही गुल नाम की लड़की है
जिसने मेरे साथ में बेवफाई की है
एक दानी के साथ हित करने के बाद में
इसने मेरे प्रेम को धूल में मिला दिया
बस इतनी ही कहानी है
अब जो हमने तुमसे बात कही थी
कि कहानी सुनाने के तुरंत बाद हम तुमारा सर काट देंगे
काथ है ना
इसलिए
आरे भाई है पूरी
बात हमारी अपनी सरदनि भाईयो
आरे भाई है पूरी
बात हमारी अपनी सरदनि भाईयो
है तलबारी हात मेरे में
है तलबारी हात मेरे में
कहनी तो खत्म हो गई
गुल सनोबर की सिर्फ इतनी ही कहानी थी
अब वो सर्थ जो मनजूर की थी तुमने
कि कहानी सुनने के बाद हम अपना सर कठबा देंगे
वो सर कठबा दीजिये
महराज कुमर ने कही तुरत सबझाई
संका एक बती मेरा दिल में दी जो हमें बताई
आरा तो मैं आया विदेशी अब मैं सुन तो पालगे
विदेशी का मेरा बती वो ताचा भी जावे ये जे
जब आप दिया कि अब ऐसा करो अपना सर कठबा दीजिये
क्योंकि हमारी सर्थ पूरी हो गई
ये कहानी जो हमने सुनाने के लिए तुमसे कही थी
वो कहानी हमने सुना दी अब अपना सर कठबाई
लड़का कहने लगा लेकिन महराज एक संका हमें रह गई
कौनसी अपना सर कठबाओ
जब आप दिया सर काठने के लिए मैं मना नहीं करता हूँ
कहानी आपने सुना दी आवा हमारा सर काठ लिजी
लेकिन एक बात बता जीजी केबल कौन सी केबल ये बता कि बादानी को नारे नेरे महराजा क्यों घर में लो है छूपाई जी
मेहर अंगेद के पास जो दानी पहुँच गया लेकिन उस दानी को उस लड़की ने क्यों छूपा लिया केबल ये बता दीजिए और हमारा सर काट दीजिए
इतनी बात बता लाई कि अरे मेरे राजा मेरा नीजोशी से काटाई दी
जब आप दिया कि केबल हमें इतनी बात बता दीजिए कि उसने मेहर अंगेद नाम की लड़की ने उस दानी को अपने तखत के नीचे क्यों छूपा लिया है
फिर हमारा सर काट दीजिए जो इतनी बात सुनी तो सनोबर कहने लगा माफ करना बेटा माफ करना
कहूँ बात में साफ करो मोई माफ जवाब नहीं आवे
और कोन से मतलब से दानी को राखिलो है वानी
तुमरे सब मुखलाल सुनो कर खेले हार हम मानी हार हम मानी
और मेहर अंगेद
बारे में नाई जाने मेहर अंगेद के बारे में नाई जाने
जबाब दिया उस राजा कि अब तो तूने एक ऐसी बात कही है जिसका मेरे पास कोई उत्तर नहीं है
कोई उत्तर नहीं है छ ici खड़ो कोई बात नहीं अब तु जीत किया मैं हार गया मुझे नहीं
नहीं मालूम कि उस लड़की ने उस दानी को अपने तकत के नीचे क्यों छुपा लिया है तुम ऐसा करो तुम यहां
से चले जाओ हम तुम्हें छमा कर रहे हैं प्राण दान दे रहे हैं तुम्हारा सर हम नहीं काटेंगे दोस्तों उसी
समय उसी समय उस लड़का ने अरे चले वे की लाग लगाई और चले वे की लाग लगाई मिलो जमीला तेरे ढिगा जाई
बार अब फटिस कहनी सुनने के बाद से निकलने के बाद उसी नड़की से जाकर कर मिला है जिससे गोड़ा ले
करके गया था तलवार ले के गया था जिससे पता पूछ कर गया था उसके पास पहुंचा तो हितना ही को
पेठाई और लड़का बोला तुम्हारी खा पेरे पंच लिपाई
अरे तेरो बोत भयो ये साना ये साना
अब भाव अरे पासे ना लेगे
जबाब दिया उस रड़की के पास में जाकर के हमें माफ करना
तुम्हारा बड़ा ऐसान है मेरे उपर
जो तुम्हारी खातर हमने ये मन्जिल पाई है
ये कहानी हमने सुनी है
और हम तुम्हारे पास दोबारा लोट कर के
किया गए इसलिए अब हम उसके साथ साधी साधी तो बाद मैं पहले अपने भाईयों का बदला लेना है तो जमीला
नाम की लड़की कहने लगी कि हमें छोड़ दोगे जबाब दिया बिल्कुल नहीं बिल्कुल नहीं अरे तुम्हारी खाती रह सब
कमाई लो ये अरे मेरी प्यारी कोई भारी तेरों ऐसा न जी
कर दो
मैं इस संघ में अरे मेरी प्यारी और
खारी
के जब आप दिया कि हम तुममें तो नहीं छोड़ पाएंगे और हम तुम्हारे साथ विभाग जरूर करेंगे जरूर
करेंगे घबराब नहीं घबराब नहीं तुम मेरे साथ चलाव और लेकिन उससे हम अपने भाइयों का बदला
बात जरूर लेंगे जिसने मेरे छह भाइयों का कतल करने के बाद में सर किला के ऊपर लटका दिए ही इतनी बात
कहने के बाद वह लड़का लड़की को साथ लेकर के बहां से चल पड़ा आगे बढ़ता चला गया दोस्तों महर अंगेज
मेर अंगेज की के पास में जाकर के पहुंचा है और बहां जाकर के जब पहुंचा तो द्वार पर एक भेव लग लगा था और
उस दोल को अपदेश वहीं बजाया करता था कि उसके स्वाल का जवाब दिया करता था और जवाब नहीं दे पाता था तो उसका
अब वो लड़का बढ़ता चला गया बढ़ता चला गया और दिन और धोल बजाएं सुना चितलाएं सभा के भाई और
भोरसन के बेड़ी पहुंची आई बढ़ता चला गया और जैसे ही धोल बजाया वो लड़की के कान में आबाद जब गूजने लगी तोरंत वो लड़की भागी
और दिन और धोल बजाएं सुना चितलाएं सभा के भाई सभा के भाई और सभा के भाई भोरसन के बेड़ी पहुंची आई
लड़का ने देखा
चंदा सुपर्णा
दम के अंगा हातमें संगते गले आई
ऐसा ही नहीं
चंदा सुपर्णा
दम के अंगा हातमें संगते गले आई
जहां को मरता गई या भागने आई
जैसे ही लड़का ने धोल बजाया
और वो लड़की भागती हुई बहाँ पहुंच गई
और बहाँ पहुंचने के बाद में
लड़का से कहने लगी क्यों रे
इस धोल में
जो आवास तुने लगाई है
इसका मतलब सिर्फ यह है
कि जो हमारे सबाल का जबाब देगा
वो मेरे साथ साधी करेगा
और सबाल का जबाब अगर नहीं दे पाया
तो मैं सर काट करके केला के उपर ठंग बादूंगी
जब आप दिया गुल सनोबर की कथा तुम हमें बताओ
अगर नहीं बताओगे
तो जैसे देखो जे लाइन में सब लगे हैं सर कटे हुए
उसी तरीका से तुम भी आ जाओगे
और अगर ये कहानी बता दी
तो तुम मेरे साथ विभा कर लोगे
वो लड़की देखने में देखने में इतनी खूब सूरत थी
तो वो लड़का कहने लगा के सुन
लड़का बोला गुल सनोबर की कहानी सुन दई है
अरे छोड़ उसे
बने धोका देके
प्यार रखो यारे मेरी प्यारी
कोई
प्यार रखो
फसी धानी से चाई जी
लड़का बोला वो सब बात छोड़ दे
अपने पती को धोका दे के धानी के सिकंजा में फस गई
जो इतनी बात सुनी
तो लड़की बोली मेरं गेज के रुक जा
रुक जा रुक जा
रुक और रुक और यब
मती का
लड़की कहने लगी, तुम रुक जाओ, अब मत कहो, मैं समझ गई, पूरी काहनी मेरी समझ में आ गई,
लड़की बेबपा थी, उसने अपने प्यार को धोका दिया, और एक दानी के सिकंजा में फस बैठी, तुम मेरे साथ बेबा कर लो, मैं तुमारे साथ साधी करने के लिए तैयार हैं, उसी समय दोस्तों, लड़का ने कहा, हम तुमारे साधी करेंगे, और उसके बाद, उसके �
तपलों गणबाई रे, साधी की तुमी त्यारी, चंद्रसी चमकण, चंद्रसी चमकण घ्राली रे, चंद्रसी चमकण वाली रे, के बन गई दुलहनारी, महराज गली नीतरत भामरे नारे, ओ पगंगनी चे सदानी कोली नो तुरक निकारे,
अब तो लड़की ने इसारा किया,
कि तुम मेरे से बाहर आई गई है,
अब तो लड़की ने इसारा किया,
अब तो लड़की ने इसारा किया,
अब तो लड़की ने इसारा किया,
अब तो लड़की ने इसारा किया,
अब तो लड़की ने इसारा किया,
अब तो लड़की ने इसारा किया,
अब तो लड़की ने इसारा किया,
अब तो लड़की ने इसारा किया,
अब तो लड़की ने इसारा किया,
अब तो लड़की ने इसारा किया,
अब तो लड़की ने इसारा किया,
दर के मारे लालते के नारे चिंगा दी
मेरो करियो माथ के सूररे के भूला हुई गई भादी
औरत रोने लगी और कहने लगी हमें छमा कर दीजिये
छमा कर दीजिये मैंने बहुत बुरा किया बहुत बुरा किया
जो हजारों राजाओं के राजकुमार मार दिये
सर काथ करके किला के उपर तांग दिये
मैं ऐसा नहीं करूँगी नहीं करूँगी मुझे छमा कर दीजिये
उसी समय दोस्तों गाउं के लोगों ने भी समझाया
और उस रड़का ने उस औरत को भी अपने साथ रख लिया
छमा करें ये कहनी यही पर पूर्ड होती है
Đang Cập Nhật
Đang Cập Nhật