मनी दिलचुना सगी तो मना दिलना बे
बेगूना किंदल बर्तैय। उसन ती रक्सार।
देलार कश्यां परी रंग। तै लुड्ड्या गोरातार।
मना चारे मना गुदी दगास की।
भरी तो वता संभाल मनी दिल चुना सगी।
तो मना दिल नबे, जानी तो मना दिल नबे।
तो मना दिल नबे, ससल तो मना दिल नबे।
तै दर्वर जाना, निष्तन गवाई, फुली अर्वडी चल्ला,
तै लंको कम्राई।
मबे तो मनी बाता,
गोडा दिल में बेतकी। भरी तो वता संभाल मनी दिल चुना सगी।
नबी बेतो करीमा,
गुली गुंतो जगाई, धर्मुल का निष्ता,
जने बस्ती गमाई।
नबी बेतो करीमा,
गुली गुंतो जगाई,
धर्मुल का निष्ता,
जने बस्ती गमाई।
तै दूस्तिया गारी,
कदी द्रोग न बंगी। भरी तो वता संभाल मनी दिल चुना सगी।
तो मना दिल न बे, जानी तो मना दिल न बे।
सस्तो मना दिल न बे।