यह देशिक भीत महागारी श्मीधी प्राण होता है।
विद्धिरोस्तों, इन विश्च्या सबको भीर के बाद मैं
बीटिंग में जो गहना हो गी, एक बुच्चेनल पर
लेटर हैं,
कीसी नाई के खलीबाले,
पाईतर देहा पे लाँ 35 परशाल लेकर,
लेटाई कुछ आरफाले,
नीफलां का लिखने लगे पहिर वादी से।
गोरी चिज़ क्या ही परिथों करके बेके मेरा जूम चले जस नारोखना ही है,
गोरी चिज़ क्या ही परिथों करके बेके मेरा जूम चले जस नारोखना ही है,
पमनकी पैसा भारो ठोला के के जगरो चीते गामनकी
च्छाती उपर फेंडल संके बजे बिच्चिया पमनकी
पैसा भारो ठोला के के जगरो चीते गामनकी
चुडो सत्रंगी पेडाई लग रही कुणे मिलो गाई तेरी चड़ती जौनी है
दीजे दीजे पेना जैगी देख देख पैयर माँगी है
आगे जैगी जगर नाई अनुगी है जिजे जगर नाई वापराण दुसर नाई मौनोगी
यूडि जैगी जंगर नाई दावग वर्वाद बुले नावी
एकलाकंट को ओडलो गरां पुर्शाड जत्री नारंगी हाँ पुर्शाड जत्री नारंगी
पत avis
कलम काहिंसेक लाजा
ए असरेवा करिया में तारी पोईट लकारें तारी लग रही आनी जानी हैं
गीज़े गीज़े पेणा चेकिंग देंगी पैयर मांगी हैं
निक्स पाडी जीहमंट मीना
तरती बनला पारेडिस को नंदलिया की साधी में
चोपन शादी तो डनबर के ढील भजाया बादी में
जाके दो नुनेंड के ढीले देके कैसे करें के ढीले बन रहे जादा शानी है
दीजे दीजे पे नाचेगी नहीं नहीं भई अर्भाणी है
देडी चेक्यारी पर थूम कर दे बैक टेमरा जूम चले जस नार फलांगी है
दीजे दीजे पे नाचेगी नहीं नहीं भई अर्भाणी है