चटा में गंग सर पे चंद नील कंठ देव महादेव महादेव सदाही देव महादेव
कैलाश का कैलाश पती देवों में से है जो तपी रूत्र रूप महाकाल महादेव महादेव सदाही देव महादेव
गोरा का गोरव तो गवाना जाएगा
गणों का सोरव तु शंख नत बाजे तेरे सुभाशाम नंदी पे आता है नंदी पे जाता है जग में हजारों है तेरे ही नाम
गणों का सोरव तु शंख नत बाजे तेरे सुभाशाम नंदी पे आता है नंदी पे जाता है जग में हजारों है तेरे ही नाम
त्रिशूल धारी त्रिपुरारी नंदी की है सवारी तन पे लगाए भसम तू भोला है इतना कसम तू
खुद्धों पिशाचों का राजा राजों का कैलाश राजा हमजा हिमाज़त करे तेरी ही बोला हरे
अकाल मिर्त्यू वो मरे जो करम करे चंडाल का काल भी उसका क्या करे
जो भक्त हो
जो भक्त हो
महागाल