मडजा
पडजा रही
किस छोरे पे वा रही
सारे छोरे कट कट पडजा
जान तमारेगी गोरा गोरा रंग तेरा किस छोरे पे वा रही
तीरी ची नजरत जब तू देख हो चा सब बेहाल से
इन छोरे की तू जिन्दगी फिर कद शी सवा रही
सारे छोरे कट कट पडजा किस मैं जान तमारेगी
गोरा गोरा रंग तेरा किस छोरे पे वा रही
छोरे
छो छो छो छोरे
पदली कमर या लच के मार तू तनने या होरी से
इन छोरे का लठ बजवा कै बोरी के कादेगी
इन छोरे का लठ बजवा कै बोरी के कादेगी
सारे छोरे कट कट पडजा किस मैं जान तमारेगी
गोरा गोरा रंग तेरा किस छोरे पे वा रही
का
तरफी रहे कवारे गाला के मैं बठ कैसे
अमित कुमारे के उपर कद ची जान तुबा रही
किस छोरे पे वा रही