पूने पकड़के हाथ मेरी जिन्दगी बनादी
पूने पकड़के हाथ मेरी जिन्दगी बनादी
पूने गाऊं गुविन्द्राम सहब मुझे चरणों में जगादी
पूने गाऊं गुविन्द्राम सहब मुझे चरणों में जगादी
तूने पकड़के हाथ मेरी जिन्दगी बना दी।
पत्वार के बिना ही मेरी नाम चल रही है।
हैरान है जमाना मन्जिल भी मिल रही है।
पत्वार के बिना ही मेरी जिन्दगी बना दी।
मेरी नाम चल रही है।
हैरान है जमाना मन्जिल भी मिल रही है।
दीरान जिन्दगी को तेरी खुश्बू से महकार।
तूने पकड़ के हाथ मेरी जिन्दगी बना दी।
हैरान है जमाना मन्जिल भी मिल रही है।
हैरान है जमाना मन्जिल भी मिल रही है।
दीरान जिन्दगी को तेरी खुश्बू से महकार।
तूने पकड़ के हाथ मेरी जिन्दगी को तेरी खुश्बू से महकार।
हैरान है जमाना मन्जिल भी मिल रही है।
हैरान है जमाना मन्जिल भी मिल रही है।