हाँ
तो महर्वानों,
जब
कीचक सहनपती दृवती किस्यान पर आशिक हो जाता है,
और दृवती
भीमभली को सारी बात समझा करके जहां कीचक उसका एंदिजार कर रहा था,
वहाँ
पहुँच जाता है,
जिलाने कपड़े पहन कर,
तो उस वक्त कीचक
उसको दृवती जान करके, दासी जान करके,
और कहता है,
गुंगों और कबड़ना मद करते,
और क्या कहता है,
कि चिराग ये महबबद जिला कर तो देखो,
दिल को दिल से लगा कर तो देखो,
मिलेगी हर तरह की तसली,
हे दासी,
मिलेगी हर तरह की तसली,
यह वाइदा है मेरा,
एक बार मेरे पहलू में आकर तो देखो,
तो उस वक्त भीमबली और कीचक के बीच में क्या जवाव साल होते हैं,
सुनि सी रावणी में.
रम मर दिये.
अगर आपको प्रवाद दिये, तो
तो प्रवाद दिये, तो तो प्रवाद दिये,
तो तो प्रवाद दिये,
तो तो प्रवाद दिये,
तो तो प्रवाद दिये,
तो तो प्रवाद दिये,
तो तो प्रवाद दिये,
तो तो प्रवाद दिये,
तो तो प्रवाद दिये,
तो तो
ये दासी,
ये तेरी चंडर माओसी श्यान है,
और ये हंस्मी बेसी जो तेरी श्यान है,
मैं इसमें दिवाना हो गया हूँ.
बावळा हो गया बावळा,
तरें पैशानी कोणी है,
अभी कोण है?
दासी,
चैना पेर मत लगाए, जो अंदर आजा.
ताक सुआसी मुह बजवासा,
तिरसे नेर कटी लेसे,
तन ना इव तक पहचान हुई ये,
नेन बड़े जहरी लेसे.
जण कितने यम के गर्यां बेज लिये,
विसमें औरे की लेसे.
काली चोटी किल्डस की मस्ताने का
तन्यम के गर्यां बेज देगा क्यूं या चट्टा ते अट कैसे
तू चाल हंसनी शीचाले तेरी पोरी पोरी मज कैसे
चाले का तेरा वक्षद आखरी आली आला असर करें समझाने का
तरे गासीद की
पहचान नहीं तरे आँख्यां तरे अंगेरा से
आज समझले टिकट काट दिया तेरा से
अर दुनिया भर बहर रोखा कोना या कीट हरदाने का
जब टैम शार का
आवे से करेशोक गाँमे जाने का
तरे मुझे मालूम होता है कि दासी ने तुछो बहरवा करके
मेरे सामने मरने के लिए भी तिया है
अब तक बहुत मजा लिया लेकिन आज सारे मजा की सजा
देदूंगा आज तेरी मौत मेरे पाऊस किछ लिया ये
अच्छा विल्फुल
ओ दासी जवा काच लुँगा तुसे नश्यार पता बेटी
तेरे
मौत तुसी सपेचा बेटी
ऐसे
की ही वरियां गिया ..
belt
उससे प्रेम दिवाने का