दैशगरा के मिलना
अजे एहे साले सुना धानी साबर करा
माटे परेसानी सानी धीरज धरा
भीडी बभारी, माई दुआरी
पर गुज्जा मेला में
एपिया एहे नौमी के बेला में
घुमा दीदा सहरा के मेला में
लाकी जाई धोका धन्या
तहना ही पाई बूहो
भूखाला पियासला कैसे
लामेले जाई बूहो
अरे हम चले
अरे उता देखाते बारों
मेला में मिले पियाओ
गो रही जा ले भीः
खुआई सुबाः हम हु तानी
चली छीख ले भीः
घो रही रही के
घोड़ा पुज़ा नवा
चैद अकेला में
एपिया एहे नौमी के बेला में
घुमा दीदा सहरा के मेला में
ये पिया ये है नौमी के बेला में घुमा दी दो सहरा के मेला में
ये कहीं तो सर्धाबा उहो ना पुराई है दो सहरा के मेला
काहे तू जिद पे यारा बाड़ू ये प्यारी हो
मेला से जाई ब तो हाँआ काथीर हम साड़ी हो
सैया जी हम के ऐसे जनिफू सर्धाबा हो
जाई भू हम संघे जनि बतिया घुमा हो
अकलिश विकास के जनि गोरी रखा जा मेला
ए पिया ए हनौमी के बेला में घुमा दी दा सहरा के मेला में
हम्रा कुछ न चाहे बस हम्रा भूमे के बाद