अनजानों की भी अन्धेरे में भी
ना जाने कही मैं गुम चुका
जहां पर भी जाओ
तू मलती जाओ
आदसे भी जाओ
तू उर्टे जाओ
अब नहीं बनाए
यह मेरी राइज
आजाब बेरे
जहां पर भी जाओ
तू मलती जाओ
आदसे भी जाओ तू उर्टे जाओ अब नहीं बनाए यह मेری राइज आजाब बेरे जहां
यہ मेری राइज
बन रही तू इस की वज़ाई
ना जाने दू
जानों के भी अंधेरे में भी ना जाने कहीं हम गोन चुके
हम गोन चुके
हम गोन चुके
जानों के भी अंधेरे में भी
ना जाने कहीं हम गोन चुके
हम
गोन चुके
हम गोन चुके