देदियालेकारी ओ
घोटी गई रत तरकारी बलम मोहे देदियालेकारी ओ
घोटी गई रत तरकारी बलम मोहे देदियालेकारी ओ
देदियालेकारी रत देदियालेकारी
बोलली ना उनकर महतारी बलम जब देदियालेकारी ओ
घोटी गई रत तरकारी बलम मोहे देदियालेकारी ओ
कोके बिया हम बड़ी पच्छतानी इसनी के नई हरमे काटत रही चानी
जिनगी खारब होईल ऐसन पुझाला हुस गईनी हम सोखी डाली भरमाला
कोके जब आवे दिहारी बलम मोहे देदियालेकारी ओ
देदियालेकारी रत देदियालेकारी
बोलली ना उनकर महतारी बलम जब देदियालेकारी ओ
घोटी गई रत देदियालेकारी बलम मोहे देदियालेकारी ओ
कबो ना सीधा मुहे हमसे बतियावे कुछ आहूं बोलीला तो धोके लतियावे
मोहे तो बलम वह भुईल बाते गौमांडी तेनी के भाव खला जहीये यवांडी
अपना के बुझे अधिकारी बलम मोहे देदियालेकारी ओ
भुलली ना उनकर महतारी बलम जबा देदियालेकारी ओ
घाटी गई राते तर कारी बलम मोहे देदियालेकारी ओ