काहे बाड़ो रिसी आयेल राणी जानतानी हूँ
रांगे रूवा के साडी तो केलावतानी हूँ
मा थे बुझयंताणी मा थे बुझ्याज़वानी में
अब हम तोहरा संग सईया
गिदे वो घर अब के सावन में
चल अब हम तोहरा संग सैया
गिदे वो घर अब के सावन में
मन सा मन के पूरा करें बाबा भोले संकर
पावन महिमा बैजना ठके
चल के देखंब देवखर
बगरी बोलबं के बाबावन जल फर के सुलतान गंज से
काँभे रखला कावर
आगे आईन तुपान आंधी हट जाई हो बोला बोलबं गम सारा कट जाई हो
आगे आईन तुपान आंधी हट जाई हो बोला बोलबं गम सारा कट जाई हो
सारा कठीन 안디어 बहाड बान में आज diez तो हरा और
अग सन्ग जल भोग़म सेहिया destruction अग में Sylvia
गवर के संज़िया संभोसे
जाई भोला पूरा करें
हम के बाबिस्वास है सैयंया
पाबा जھोले भरे है
माथा टेकी अदास जब लग जाई हो
वो ही किरपा,
वो ही किरपा,
वो ही किरपा के सारी पाल जीती रण में
चल अब हम तोहरा संग सैयां,
कि देव घर अब के
सावन में
काहे बाड़ो रे सी आयल रानी जानतानी हो,
रंग गेरू अके सारी तो केलावातानी हो
मात बुझतानी,
मात बुझतानी,
मात बुझतानी हम काम तोहरा मान में
चल अब हम तोहरा संग सैयां,
कि देव घर अब के सावन में