एही चैट के महिना में देखी एगो प्रेमी के अपना प्रेमी से का कहता रहें
जब जेट के दुपहरिया में घर से बहरिया भेट हो खता
ता आई हमनी के ए गाना के माध्यम से सुनल जाओ
औरी हमरा आसाना पूरा भरोसावा कि जेंगर अव्रशब
हमरा गीद के दुलार प्यार देहिला ओही तरह एहु गीद के दुलार प्यार देहब
हमरा उर छोट भाई सुरज कुछ वाहा आप सब अथपुरीय समाज के गोड छू के गोड लागते नी
औरी असिर्बाद के कामना रखते नी
धेर दिन भोईल बत कोईल तनी का देह दो माझा
एक बर गेहु काटने के बहाने आजा
मान परसंग ही जब गेहु आथ पर कटात रहे
तू देखो हम के हम तो के ना रहात रहे
प्रसंग
मान परसंग ही जब गेहु आथ पर कटात रहे
तू देखो हम के हम तो के ना रहात रहे
कोने डर से बोलो घर से तू भागे लूला जा
कोने तू डर से बोलो घर से तू भागे लूला जा
बोला हाँ घर से भागे लूला जा एक बर गेहू काटने के बहाने आजा
भागे लूला जा एक बर गेहू काटने के बहाने आजा
साल गईल बीट इचाई हीत याद याजाला
छोड़ी पेंदर के बोला तो से करा जाला
बात बोला मन के तू पवन के ओईस ना दोसा जा
एक बर गेहु काटने के बहाने आजा