सहस्तम् जाती है पर जान नहीं जाती
दर्ध होता है लिखिन अभाज नहीं आती
बहुत अजीव है इस जवाने के लोग
किसी को भूल नहीं सकते
किसी को याद नहीं आती
सुंगी मा लकहरलाल सेव
क्यों जान ना ये नान नै पो
दिल बख तू हूबा नाई के कोटो ती जाना ये हिन्दा नाई बोल
दिल बख तू हूबा नाई के कोटो तोड़
छोड़ कजे भी हमारा तूगे जीते जेवो मोओ
बाबु करी है नैसोड होई ते सुबह छीरीया उड़ जेते तोड़
हाओ बड़तो हूँ है नैपेबे तो हराम हूँ इनेपेबो सुमन कले घोड़
जाना ये नाई बोल दिल बख तू हूबा नाई के कोटोड़
बाबु करी है नैसोड होई ते सुबह छीरीया उड़ जेते तोड़
होई ते सुबह छीरीया उड़ जाना ये नाई बोल दिल बध़ तू हूँ है नैपेबे तोड़
है
वादा हंजार करी ये कुनली भूईले
केना कही ओरे, की बत आई ओरे
भेले मजबूरी,
केना समझाई ओरे
ये जना येना नई बूल, दिल बचके तो हुबा नई के कथो
बाबुकारी है लेशो,
है ते सुबाचरिया उड़जे तो तो
उच्छड़ाई कर मन तो स्विकास गे,
हमारा तुछवेड कहे भी के खर तुखास गे
जुग जुग जी ज़िन हैं जा, रण हैं या मार गे,
उड़ता घटवारा मिलता हूँ हमार कबार गे
रे बाबु माल रे,
ये ना ने काल रे,
लोखन लाल दिल में दीरो जबान रे
जाना ये ना ने बोल,
दिल बचतों हूँ गा, ने के का छोड़
बाबु कारी है नैसा,
खोईत सुबाच जिरीया उरजेत कोई