आहीं हम गाई का बविता बनदना आप तमाम
भोजबुरिया स्रोता समाज के परणाम करते हैं
और बहुत ही सुन्दर गीत आप सबके सुनावे जा रहा हैं वनी
कौन आहसाँ WOMAN
isi
कि गावण ?
वहाँ नहीं हरावा
कि गावा ना कराके राजा चल गईला बाहरावा
अईब ना तो चल जाईब हम नहीं हरावा
तोहार आयिल नई की खाए रोटी भाद के
गुझट नई कहा हमरा बाद के
गुझट नई कहा हमरा बाद के
खाए रोटी भाद के
रोजे गोती निया घर में मौरद संगे सूते
उठी रोईले से जरी आप पराद के गुझट नई कहा हमरा बाद के
कि तोहार आयिल नई की खाए रोटी भाद के
गुझट नई कहा हमरा बाद के
एहो बलमुआ तनी पूछपरसानी आगले ख़त्धधरकता चड़हली जवानी
एहो बलमुआ तनी पूछपरसानी आगले ख़त्धधरकता चड़हली जवानी
कबले राखी हम थाती आपन क्याट के गुझट नै कहा हमरा बाद के
कावना करा के राजा चल गईला बाहरावा अई बना तो चल जाईब हमनाई हारावा
आयेल नै कि खाई रोटी भाद के गुझट नै कहा हमरा बाद के
तो हारे आयेल नै कि खाई रोटी भाद के
bullied नती।
जो प्रत्वरक भावावा पिहतरोड़िया।