समरी
गरीवी में दुख गणो पायो रे सावरीया
ओ दुनिया का ताना सुगब रायो रे सावरीया
ओ थोड़ी कर दे महर मापे रख ले नजर
सुख बर्सन दे बर्सन दे
ओ गरीवी में दुख गणो पायो रे सावरीया
ओ दुनिया का ताना सुगब रायो रे सावरीया
ओ दुनिया का ताना
सुखब रायो
रे सावरीया
आप बिना मारो कोन धड़ी है
तारी आस हो
अधिप्यां आयो मत करमाने निरास हो
बात बन्योड़ी रखो सवरीयां
मत तोड़ो
विस्वास हो
पाना कर
तो कोनी छोड़ू रे मंड़ प्यां
मारी लेलो खबर
मत
रहो
बेखबर
मान धर्सन दे
दुख मेटो मान सूख दे त्यों सिर पे धरो मारे हात हो
ध्यान धरो मारा कश्त हरो रे सुन ल
invaded बात ऋंग मेटो माने सूख दे त्यों
सुर्फे धरो मारे हास हो
आनदरो मारा कश्ट हरो रे
सुनलो थे दिल की बात हो
नाम गणो तानो काम बड़ो रे
मापे भी रखानो था की थोड़ी सी नजरिया
थारो उचो भवन मन हो गयो मगन
मन दर्शन दे
बारी बारी था सु करू रे विनती कर गयो थे मारो काम हो
एक बारी मारी दोर पकड़ लो
रोजी रटू थारो नाम हो
मस्तिराम ताने लिक लिक बेजे
मस्तिराम ताने लिक लिक बेजे
पड़ मारो पेगाम हो
रतून सुनावे समरा खोलो ठकी अखियां
मारी उंगली पकड़ रही हालत बिगड़
मारी उंगली पकड़ रही हालत बिगड़