बात यू तो बहुत जरासी है
मुझसे हर एक खुशी खफासी है
उसने जब से निगाहा फेरी है
जिन्दगी में बहुत उदासी है इमान से
गम से दामन बचाना पड़ेगा
अब उसे भूल जाना पड़ेगा
अब उसे भूल जाना पड़ेगा
अब उसे भूल जाना पड़ेगा
अब उसे भूल जाना पड़ेगा गम से दामन बचाना पड़ेगा
एक जालिम को अपना बना कर क्या खबर थी हमें दिल लगा कर
आस्वों को बहाना पड़ेगा अब उसे भूल जाना पड़ेगा
अब उसे भूल जाना पड़ेगा गम से दामन बचाना पड़ेगा
अब उसे भूल जाना पड़ेगा
अब उसे भूल जाना पड़ेगा गम से दामन बचाना पड़ेगा
अब उसे भूल जाना पड़ेगा गम से दामन बचाना पड़ेगा
अब उसे भूल जाना पड़ेगा गम से दामन बचाना पड़ेगा
अब उसे भूल जाना पड़ेगा गम से दामन बचाना पड़ेगा
अब उसे भूल जाना पड़ेगा गम से दामन बचाना पड़ेगा
अब उसे भूल जाना पड़ेगा गम से दामन बचाना पड़ेगा
हर तरफ है गमों का अंधेरा
दिल शकील अब जलाना पड़ेगा
अब उसे भूल जाना पड़ेगा
गम से दामन बचाना पड़ेगा
गम से दामन बचाना