इश्कों में घैरत जजबात में रोष्ट्रान पर जजबात जजबात जजबात जजबात जजबात
रोने ना दिया इश्कों में घैरत जजबात में रोने ना दिया
वर्मान क्या बात थी किस बात में रोने ना दिया
वर्मान क्या बात थी किस बात में रोने ना दिया
आप कहते थे के रोने से न बदलेंगे न सूझ।
आप कहते थे के रोने से न बदलेंगे न सूझ।
तुम भर आपती इस बात में रोने न दिया।
और ना क्या बात थी किस बात में रोने न दिया।
रोने न दिया।
रोने वालों से कहो हूँ कभी रोना रोले।
रोने वालों से कहो हूँ कभी रोना रोले।
जिनको में रोने न दिया।
मजबूरिया खौलात में रोने न दिया।
वरना क्या बात थी किस बात में रोने न दिया।
इश्क में घर रते।
जजबात में रोने न दिया।
वरना क्या बात थी किस बात में रोने न दिया।
जजबात में रोने न दिया।
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