घरवा के काम कुली कारेलाया काज गडबडा इल रोहता
घरवा के काम कुली कारेलाया काज गडबडा इल रोहता
गडबडा इल रोहता हो एक कर सांधे से मिजाज
सबके बलम करे खेतावा में कटनी
एकारात सुझधा ताटे खाटी पके खटनी
एको छाटा की गहरे आयिल नयमैजल लस्पास आयिल
रोहता हो एक कर सांधे से मिजाज गडबडा इल रोहता
चाइत में चंचल रहे सबे दिन और राती
चाड़े भुमारी मना होला कुर पाती
बीना बजबले अपना मने बाज साँज़ बड़ा इल रोहता
अपुता इल रोहता हो एक यद प्रा सांधे सुझधा गडबड़ा इल रोहता
गरवा के काम कुल ही करे लयकाज गडबाडाईल रोहता हो एक परसाण ही से मिजाद
गडबाडाईल रोहता हो एक परसाण ही से मिजाद