पोईले बाहर
पोईले जनती ही अपने दिहती तुहादा के बहर जे राजाजी
कोईले बाहर रच जे राजाजी
कोईले बाहर रच जे राजाजी
बाहर रच
राजाजी
कोईले बाहर
कोईले बाहर
कोईले बाहर
रतिया लगिया हसुते के कोईला जो मनिया रहाजे राजाजे कोईले बहराज
जे जोरिया तो किया साते के राजाजे कोड़ा मे जाते के
लाले कोईले बहरा गोलिया है सुताला मे जाते के
जे जोरिया तो किया साते के राजाजे कोड़ा मे जाते के
लाले कोईले बहरा गोलिया है सुताला मे जाते के
लागल बास परदी तुहार वरदी धिहले बैधहरो
आई राजाजे कोईला ना हरो
आई राजाजे कोईला ना हरो
तरतिया लगिया सुते के कोईला जोमनिया रहा जे राजा जे कोईले बाहरा
अवो मोह से आवता गारी हो आहवोता दादासिसे कारी हो
गारले बाहरे जोबरी सर्गहों राजकेस जिसारी हो
अवो मोह से आवता गारी हो आहवोता दादासिसे कारी हो
गारले बाहरे जोबरी सर्गहों राजकेस जिसारी हो
खाला मधु बाला गोईले पहवन दिहले बाले बड़ाज ये राजाजी गोईले बाहराज तरतिया लगिया सुते के गोईला जोमनी अराज
राजाजी गोईले बाहराज पहिले जनतिही अपने दिहाति तोहाडा के बहराज
राजाजी गोईले बाहराज ये राजाजी गोईले बाहराज तरतिया लगिया सुते के गोईला जोमनी अराज
राजाजी गोईले बाहराज
तरत्या लगिया हसुते के कोईला जोमनिया रहा अजे राजाजी कोईले बाहराज