जब एक फोजी की नए नहीं शादी होती है और शादी होने के तुरंत यह फोजी में चला जाता है तो फोजन
जी आदों में तड़क्ति हुई छिठी के माध्यांग से अपने तड़क्ति को किस तरह से प्यान करती है
और एक बात माध्यम से क्या कहने लगती है
कि बड़ा ही नाचुक है मेरा दिल इसे यू ना तड़पाओ
आरे तुर क्यों चालिम जरा पाहों में आजाओ
और किस्तर से क्या कहने लगती है
ओ जी छूटी आजा मेरा दिल पहला जा
तेरी आद सतावे से मन क्यों तड़पावे से
हर इबके छुटी ना आया तन चहर म�
सुन तेरी आद में इस जहर ने खाके
पिया मैं मर जाओंगी
ओ जी छूटी आजा मेरा दिल पहला जा
तेरी आद सतावे से मन क्यों तड़पावे से
तेरे वादों का पियाजी कुछ एतमार ना
तेरे वादों का पियाजी कुछ एतमार ना
जाके तो भूल गया क्या मुझसे प्यार ना
होती ना मेरे कुछ दिल में समाई
बेदरती तेरे प्यार ने सताई
ओ बेइमान कुछ कर ले द्यान
ओ बेइमान कुछ कर ले द्यान
तेल गेर के अपने तन में आग लगाओंगी
सुन तेरी याद में इस जहर ने खाके
पिया मैं मर जाओंगी
भोजी छुटी आजा मेरा दिल पहला जा
तेरी याद सतावे से मन क्यों तड़पावे से
भोजों करके तेरी उनको धन्यवाग करते हैं
पिया मैं मर जाओंगी
मेरे साथ के छोरी के लिए
के लाल खिलावे से
अगर पड़ोस संसाने मारे हसी उडामे से
कैसी है चिन्द्गी मेरी करता ना ख्याल तू
जीवें गया मर की नीरा बुजे ना हाल तू
जीवें गया मर की नीरा बुजे ना हाल तू
तड़पी ना राज जूँकी ना बाल
एक बर आगे देखने कितना प्यार लड़ाओंगी
सुन तेरी आद में इस जहर ने खाके
पिया मैं मर जाओंगी
भोजी छुटी आजा मेरा दिल बहला जा
तेरी आद सतावैसे मन क्यों तड़बावैसे
देवंदर मावई, नीरज, जर्नल शिटोर, वै, सिरी सोनू, सनब भलवीर, अक्ष्वान, दूगरवाच से
पांच से एक एक रुपे दे करते हैं
मारे कलाकारों को सम्मान प्रतेहन का जन्नवाद करते हैं
सावन का यों मस्त महीदा आग लगावैसे
सावन का यों मस्त महीदा आग लगावैसे
जूल जूल निसकी मने कोन जुलावैसे
आती ना नीद आग, लगती ना मेरी
जल्दी से आजा हत होली भडेरी
जल्दी से आजा हत होली भडेरी
हूँ मे करा को मेरी प्यार
हूँ मे करा को मेरी प्यार
बेकरा ओ मेरी प्यार सोँगी ना सोवन तू सारी राद जगाओंगी सुन तेरी आद में इस जहर ने खाते पिया मैं मर जाओंगी
ओ जी छुटी आजा मेरा दिल बहला जा तेरी आद सतावे से मन क्यों तड़बावे से
विजय दोहान या जुपे विश्री बहादुर्शिन वद्धुआन सर्पंच एकीश रुपे देते हैं उनका हम हाथ दिल से धन्दवाद करते हैं
ओ पेशी ला जैतेरी
मेरी हरके खाने में
पेशी ला जैतेरी
मेरी हरके खाने में
नीसा सर्माने कैसी हद कर दी गाने में
इस दिल पे तीरा नाम लिख दिया बोलके
मन की सब लिख दी सारी चिठी में खोल के
मन की सब लिख दी सारी चिठी में खोल के
दूँभी मैं सास
दिन हो या रात दूँगी मैं सास दिन हो या रात सुपोध राजने वाले तेरे संग मैं गाऊंगी
सुण तेरी आद मैं इस जहर ने खाके या मैं मर जाओंगी
ओ जी छुट्टी आजा मेरा दिल पहला जा तेरी आद सता वैसे मन क्यों तड़पा वैसे
ओ जी छुट्टी आजा मेरा दिल पहला जा तेरी आद सता वैसे मन क्यों तड़पा वैसे