शोएद मैं पलट आओने दरवाजा खुला रखना
हाथों की लकीरों में
हाथों की लकीरों में
थोड़ी सी जगा रखना
शायद मैं पलट आओने दरवाजा खुला रखना
शायद मैं पलट आओने दरवाजा खुला रखना
शायद मैं पलट आओने दरवाजा खुला रखना
मिट जाएगी आखर तो
चाहिद के घरों को तुम यही सजा रखना
चाहिद के घरों को तुम यही सजा रखना
हाथों की लकीरों में
हाथों की लकीरों में
में थोड़ी सी जगा रखना
शायद मैं बलत आऊं
दरवाजा खुला रखना
सब लोग ये पूछेंगे
क्यों तुमसे खफा हूँ मैं
एक बार वफा करके
क्यों तुझसे जुदा हूँ
बगशाना जिसे तुमने
क्या ऐसी खता हूँ मैं
उमीद के आगन में
एक शम्मा जला रखना
उमीद के आगन में
एक शम्मा जला रखना
हाथों की लकीरों में
हाथों की लकीरों में
थोड़ी सी जगा रखना
शायद मैं पलत आऊँ
तरवाजा खुला रखना
शायद मैं पलत आऊँ
तरवाजा खुला रखना
शायद मैं पलत आऊँ
तरवाजा खुला रखना