फागूँ चड़ल बाते हम राऊ मरीया
पर सण्या को बोले चड़ाई बासे जरिया
फागूँ चड़ल बाते हम राऊ मरीया
पर सण्या को बोले चड़ाई बासे जरिया
फागूँ चड़ल बाते हम राऊ मरीया
फारफार पुर्वया लहके महके चुनरधानी
संया महके चुनरधानी
चोली में गचनार फुलाईल चाल भैल मस्तानी
चड़ल बानी धेरी लोग के नजरिया
पर संया को बोले चड़ाई बास ज़रिया
रुनुक जुनुक पैज़निया बोले कंगना चुब चुब जाला
उडियन के जहनकार से संया मन हमरो बवराला
भावरा उडि उडि बैठा ताड़े धरिया पर
संया को बोले चड़ाई बास ज़रिया पर
लहरे कुसमी केस बदन पर खीलल गाल गुरावी
हमरो खीलल गाल गुलावी
कजरा कोर कटार भैल की नैना भैल शरावी
रहिया जो होता नी बैठी के दुवरिया पर
संया को बोले चड़ाई बास ज़रिया पर
आजा यब परदेशी संया चोली के रस लूटे
हमली ही जब जब अंगडाई पोर पोर तन तूटे
अब की किरिया बा मन जुल समरिया पर
संया को बोले चड़ाई बास ज़रिया पर
फागुं चड़ाल बाते हमरा उमरिया पर
संया को बोले चड़ाई बास ज़रिया पर