अकन रात्ति तु आशार खले पितवी खमाय एइ जमन जमन जमनअकन रात्ति तु आशार खले पितवी खमाय एइ जमन जमनभलो बार बार भलो बाशी से कथा ती बनाय एइ जमनदो जाने निरावे रहेची एका जनवे परतम होयेचे देखाजनवे परतम भलो करिता एइ तव समालजनवे परतम भलो करिता एका जनवे परतम भलो करिताजनवे परतम भलो करिता एका जनवे परतम भलो करितादिबाने बजयचे मिनानेर शमबिखन मलेचे मनेर मयं अखन रातेर हयचि दपूअमिता समाइ भलो बार बार भलो बशसे शइ कखा ती बलाअमिता समाइ