अकन रात्ति तु आशार खले पितवी खमाय एइ जमन जमन जमन
अकन रात्ति तु आशार खले पितवी खमाय एइ जमन जमन
भलो बार बार भलो बाशी से कथा ती बनाय एइ जमन
दो जाने निरावे रहेची एका जनवे परतम होयेचे देखा
जनवे परतम भलो करिता एइ तव समाल
जनवे परतम भलो करिता एका जनवे परतम भलो करिता
जनवे परतम भलो करिता एका जनवे परतम भलो करिता
दिबाने बजयचे मिनानेर शम
बिखन मलेचे मनेर मयं अखन रातेर हयचि दपू
अमिता समाइ भलो बार बार भलो बशसे शइ कखा ती बला
अमिता समाइ