Nhạc sĩ: SEEMA KAUSHIK
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इसको स्टोरी बना देते हैं ठीक है ना
एक सेड़ जी थे उनका नाम था दुखी राम
क्या था दुखी राम
ये बिचारे बहुत दुखी थे
ये अपना घर बार हरियाना मान लो
हरियाना छोड़ करके हैदराबाद चले गए
ऐसे सोच लो
तो जी उन्होंने जा करके वहाँ बहुत महनत की
पैसा जोड़ा, मकान बनाया, दुकान बनाई
सारी चीजें ABCD से स्टार्ट की
अब जैसे ही इनका एक बेटा हुआ जी
उसका नाम रख दिया सुखी राम
ये तो दुखी थे
तो इन्होंने बेटे का क्या नाम रखा
सुखी राम
अब सुखी राम जी थोड़े चतुर थे
और पढ़ाई भी कर ली जी स्कूल में, कॉलेज में
और आजकल अपने बच्चे भी पढ़ते हैं न
अच्छे से, हाँ, तो वो भी पढ़ लिग गए
अब उन्होंने अपने पिता जी के कारोबार को
इतना बढ़ाया, इतना बढ़ाया
कि उसे करोडों में पहुंचा दिया
कहां पहुंचा दिया?
मतलब दुखी राम जी के दुखों का
नाश कर दिया
और उन्हें और सुखी बना दिया सुखी राम ने
परन्तु जी क्या हुआ सुखीराम जी इतनी मेहनत कर रहे थे
कि उनके बेटे पे उन्होंने ध्यान नहीं दिया
क्या नहीं दिया ध्यान
अब मैं उसका नाम बदल के मैं रखता हूँ जी उसका नाम आलसीराम
क्या नाम आलसीराम
अब उसके क्या पैदा हो गया जी सुखी राम के आलसी राम पैदा हो गया
आज हमारे घरों में भी हमारे बच्चे आलसी हैं या नहीं है
तो ये आलसी राम के आगे सुखी राम जी ने सोचा कि क्यों ना इसका ब्या कर दें
ब्या कर दें तो इसकी लुगाई इसे सुधार देगी
जिसको अपने मावाब ना सुधार सके वो बिचारी कल की बच्ची क्या सुधारेगी
अब जी ब्या हो गया
अब ब्या होने के बाद आलसी राम को पैदा हो गया जी बेचु राम
ये नाम मैंने रखा है जी बेचू राम
ठीके ना
अब होता क्या है
कि दुखी राम तो दुख पाया
सुखी राम ने पैसा बढ़ाया
लेकिन सुखी राम ने
आलसी राम को काम करने नहीं दिया
अगर वो उसको काम करने देता
तो बेचू राम पैदा नहीं होता
और इस बेचू राम ने
दुखी राम की प्रापडी बेच दी
सुखी राम की प्रापडी बेच दी
आलसी राम ने जो भी बचाया था
आलस में वो भी बेच दिया
और वापिस कहां गए
रोड पे
तो आज हम सब की भी यही हालत है
कहीं न कहीं हमारे बच्चे भी
आलसी राम हो रहे हैं
और हम नहीं चाते कि हमारा पैसा
कहीं लोग बोलते हैं अरे गुरु जी
मेरी साथ पुष्टे बैट के खाएंगी
लो जी एक ने क्रिकेट की बैटिंग करी
और सारे पैसे
तो देखो जी अपने बच्चों को
आलसी राम बनाना है या सुखी राम बनाना है
यह हमारे हाथ में है
पुराने जमाने में
लोग बच्चों को गुरु कुल भेशते थे
उन्हें सिष्टा चार सिखाया जाता था
आज की मम्मियां अपने बच्चों को
मोबाई फोन हाथ में देके खाना खिलाती है जी
अब ये बच्चा जब मोबाई कोई अपनी मा समझेगा
तो उसमें अच्छी या बुरी जो भी चीज होगी वो ही सिखेगा जी
और वो आलसी बन जाएगा
अगर वो आलसी बन गया
तो फिर कौन पैदा होगा
बेचूराम
और वो बेचूराम सारों कुछ बेच खाएगा जी सोच लो
अगर अच्छी बात लगी हो तो क्या बोलोगे
जैसी साम
तो जी हमको अगर
आलसी राम ही पैदा ना हो
और सारे के सारे सुखी राम पैदा होने लग जाएं
तो ये देश सुझर जाएगा जी
सारा देश
तो हमें इस बात का ध्यान रखना है
कई लोग बोलते हैं कि पाश्चात देश
पाश्चात देश की एक बात मुझे बहुत अच्छी लगती है
और उसकी पढ़ाई लिखाई पे खुद खर्च करती है
और उसे लायक बनाते है
ताकि उसे अच्छी नौकरी मिले
और उस नौकरी से उसे उस सरकार का पैसा चुकाना पड़ता है
तो वहाँ जी आलसी राम पैदा नहीं होते
आज मेरा सभी से मेरे सभी सनातनी भाइयों से ये निवेदन है
कि अपने बच्चों को आलसी राम नहोने दो
वरना बेचु राम आकर के जितना आपने कमाया है जी
ये सारा समाप्त हो जाएगा
और यदि इसको रोकना है
तो आलसी राम को पहले दो सुबह एक डंडा
और बोलो
बोलना बाबा की भक्ती कर
क्योंकि बाबा उसका हाथ पकड़ेगा
तो वो भी सुखी राम ही होगा
फिर उसके आगे भी सुखी राम ही पैदा होगा
उसके आगे भी सुखी राम ही पैदा होगा
लेकिन हमें किसका साथ पकड़ना पड़ेगा
मेरे बाबा शाम का
तो आज से एक नियम बनाना
जो भी आस्था के माध्यम से इस कथा को सुन रहे हैं
वो लोग भी ये चीज को समझना
कि भाई हमें हमारे घर में आलसी राम की कोई जरूरत नहीं है
क्योंकि अगर आलसी लोग पैदा हो जाएंगे ना
तो ना तो वो खुद काम करने देते हैं
ना औरों को करने देते हैं
आजकल के बच्चे तो
अरे पापा ये क्या टिक्की लगा रहे हो आज दिपावली है
वो जाने दो मेरे को पैसे दे दो
भई ये बिचारे दस दस रुपए अगर कोई कम दे दे
तो इनका जी जल जाता है
लोग इतनी मेहनत करते हैं
इतना पैसा जमा करते हैं
लेकिन अपने ही बच्चे
गलत शौक में जा रहे हैं
गलत आदतों में जा रहे हैं
निकाल दो ऐसे बच्चों को बोल देना डराने के लिए
कि भीया तु घर से बार चला जा
अपना विवस्ता आप कर
तब वो खुद सुधर जाएगा
वो बोलेगा ना पापा
मुझसे गलती हो गई
देखो जी अपने बच्चों को संसाधन
देने में कोई बुरी बात नहीं है
परन्तु आलसी बनाने में
हमारी गलती है
क्योंकि जब हम बुड़े हो जाएगे
बुड़े हो जाएगे
तब उसको लोग धग लेंगे
उसको लोग दिवाना बना के
सारा धन खीच ले जाएंगे
और तब उसकी रक्षा कौन करेगा
मेरा बाबा
शाम करेगा
लेकिन उसके लिए हमें क्या करना होगा
उसे बाबा की
भक्ती सिखानी होगी
बाबा का नाम लेना सिखानी होगी