मैं जानू मेरा राम जानता मत ना करो मखोल मेरा एक फूल बेचने वाली नैतिया नरम काल जाचो मेरा
एक फूल बेचने वाली नैतिया नरम काल जाचो मेरा
रोहित विस्ला
रोहित विस्ला
मखमल की जोली के उंपरे
रेसम की
सुना
पूरा पूरा कात उरका तीप जायू खाडी थी
भटके वाली छत्री के मां छोटी छोटी ताडी थी
नाक सुवासा मूबट वासा जैसे फूल वाडी थी
आख मार के न्यू बोली कुल दक्सा
सता ले लो मोल मेरा एक फूल बेचने वाली नैदिया नरम काल जाचोल मेरा
एक फूल बेचने वाली नैदिया नरम काल जाचोल मेरा
तैरी वैल पहरी थी ओर चुल्प लगी दो छोले की
गुण्ठी छला घड़ी वैसे डन अदा दिखारी जो लेगी
गर्गन उपर के सपडे जणों
पारवती हो भोडे की
पतली पतली फूल जड़ी वा
गोरी रुके रोडे की
रूप देख कै पागल हो गया बंद हो गया था
बोल मेरा एक फूल बेचने वाली नैदिया नरम काल जाचोल मेरा
फूल बेचने वाली
नैदिया नरम काल जाचोल मेरा
ज्ञान ज्ञान ते सुनियो भाईयो
चर्चा जगत राम करे
फूल ज्ञान ज्ञान ते सुनियो भाईयो
फूल ज्ञान ज्ञान ते सुनियो भाईयो
एक फूल बेचने वाली नैदिया नरम काल जाचोल मेरा