अई शबात के अलमदार मदीनेवाले आके मुस्तर हैं खतवात मदीनेवाले
ऐब छुपने हुए दुश्वार मदीनेवाले लाए जाते हैं गुनाखार मदीनेवाले
खुल गया हश्र का बादार मदीनेवाले
ये दर्दुमालाने मुहप्पक की द्वाले आजा
काली कमली कमली कमली कमली काली कमली में द्वालं के हुजाले आजा
आज़ा ए अम्ना के गेसुम्वाले आजा
ऐ बक्रिया दाilerी हलीमा की झराले आजा
दाई हलीमा की झराले
पेशवा अपना समझते हैं तुझे पैगंबर
सर जुकाते हैं मलक तेरे दरे दोलट बर
कौन है तुस्ते सिवा कौन है तुस्ते बर्दर
कुछों घर जाऊं तेरे दर का भिकारी
अब तेरे दर का भिकारी होका
आज
मेरे आका मेरे सरकार मदीने वाले
जोलिया है निकाहे चाप से भरने वाली
अब ये जल्मों की भीका रन रहेगी खाली
जुस्त जु जिसकी थी एहमद ने वो दौलट बर
जालि
सम्पृ गुम्बन में ये कहती है इस्तुनेरी ज़ालि
इस्तुनेरी ज़ालि
इसी चिलमन में है सरकार मदीने वाले
लक्षार मदीने वाले
मेरे सरकार मदीने वाले
इसी चिलमन में है सरकार मदीने वाले