जीने के लिए काफी ये एहसास है
के तू बस यही कही मेरे आस अपपास है
सासे धंसी रही वक्त ठहरा हुआ
जिन्दगी पर गमों का यूँ कहरा हुआ
सुकून बस ये मुझे तू मेरे साथ है
तम्रास है
जीने के लिए काफी ये एहसास है
दुन्यों सुनती नहीं जो मैं कहता रहा
दर्द दिल का लहूबन बहता रहा
तू मुझे सुन सके बस यही प्यास है
जीने के लिए काफी ये एहसास है
खाव मेरे अदूने कुछ तेरे भी है
खाव हम दोनों के ये गहरे भी है
बस तेरा साथ हो मुझे ये आस है
जीने के लिए काफी ये एहसास है