एजी, बड़ा गर्मी होता, एगो एसी लगवादी ना, ते एगो कुलहर लगवादी, अच्छा सब छोड़ी, एगो पंखे लगवादी, अब रवो रती का नाई, रवो मानी तो हम कहन का, अरे खान आवरी का भाई,सुन्न, सुन्न, हमारे मेहरारु, काहे इतना देचैन तुबारु,सुन्न, सुन्न, हमारे मेहरारु, काहे इतना देचैन तुबारु,सबके सुनै बुपा जापे का, टंका यो जाया,नाहि भाई मेहरो,एक घारावा में पंखो लाना वह दिये ज्यानजोवन ताहरा दिला बार में पहाँ खुल के याग कोअपना ही राभ यही जरू तुरी आब राभजोवन ताहरा दिला बार में पहाँ खुल के याग कोअपना ही राभ यही जरू तुरी आब राभरोभ यह जाना तुही योभ रोह हैलादे की बजाके छोड़ा भून संथार जानानाहे बादे को रोह यह जाना नाहे बादे सेएक धारावा में पंखो लागा वाह दिये जानाएक धारावा में पंखो लागा वाह दिये जानाप्यारे से बोहले दे भूता किने के लिया देम्रोजके बहाना कोई सगरो छोड़ा देम्प्यारे से बोहले दे भूता किने के लिया देम्रोजके बहाना कोई सगरो छोड़ा देम्पुरा हो मक्पोते मतोहारे मनसा ले जारा हैनाहे बद्धको भोरा लिजा नाहे बद्धे से एको धारा वामे पंखो लाला वाहदिये लालापालके रिकॉर्डिंगे स्टूडियो गोपाल गंच