असितर सजमली चम्पा भुलिया
मतलती रसिदे सुदे ही इसारारे
छने नाई देखले तो ते सुन्दरी गुरिया
मन्टा असि पागलारे मर पास के चालि आरे
हे खुछ छे ता तेरा जो बोली काई मुई
काई लके कोरी मसे छुगो रसि आरे
बिख पके तरसी गाली दोई छेरा
काई महनी जदु मुई
म सात लागि राप सेते तु ढुर भी ना तॉल ह्बी ना
लाख सीुरे डारो धार ता तै देखे देलै
मसे लाख से पुगर बड़ा
सात कोदम साँगे चालू थिवै ली छड डोर हाथके के भि
कही दे, था जिबन साता है बुभेले
ए रानी दिरे दिरे मी तो बनी खली रे दिवाना
आसी करी ती खोले मन दिल ती बसी जाना
हे बाबो मैबी तो दिवानी हेली ना
रानी बनी करी नैं जाना
जेते तुई गाली दे बुदे हसी हसी सही जी मिरे
रुसी करी नाई पलाबु मने मने मरी जी बिरे
जान नो बैसी चाहिसी सिथी लागी दोरु धिसी रे
मुर्का था नाई सोनो बाबो
बोले तते मै गाली दैसी रे
जेते तुई जी बुदे हसी जी मिरे
बिछा तो नाई छाड़ी रे
चाली तोर हली जुली मन लुभिया
खुशाने तुई खुची देसु मली गोजरारे
रही नाई पारे आउ सुन्दरी गुरिया
मुन्टा तोर अचे बेल पासके चाली आरे
मन पर सबु बेले तते चाहेरे
ने जो तुई बने मुते दोर कानियारे
दिल्धे बसे छेबु मुते यसिया
नाई करबो के भेधाना मुते दुरियारे