मिट्टी तेरी सोना है
अमरित है तेरा पानी
मिट्टी तेरी सोना है
अमरित है तेरा पानी
है जीवन तेरी हवा में
गाथाओं में अमर जवानी
ऐ देश मेरे
ऐ देश मेरे
तू ऐसे ही खुश हाल रहे
हम बर्प तिरंगा तेरा
लहराता सालो साल रहे
ऐ देश मेरे
ओ देश मेरे
मसलों पे हर्याली हो
चेहरों पे खुश हाली हो
रितुओं पे रंग बहारा हो
लदी फलों से डाली हो
खेतों में रमा किसान रहे
सीमा पे सजग जवान रहे
ज्यान और विज्ञान भी ऐसे करते
नया कमाल रहे
ऐ देश मेरे
ऐ देश मेरे
तू ऐसे ही खुश हाल रहे
हम बर्प तिरंगा तेरा
लहराता सालो सालो
रहे ऐ देश मेरे
ऐ देश मेरे
मंदिर में हो संकीरतन
गुरुदारों में गुरुवानी हो
मस्जित से आय याजान
सदागर जो में इशू की बानी हो
संत फकीर मलंगों की ये धर्दी माला वाल रहे
ओ देश मेरे
एदेश मेरे तू ऐसे ही खुश हाल रहे
अमबर प्रतरंगा तेरा लहराता सालो साल रहे
एदेश मेरे ओ देश मेरे
एदेश मेरे ओ देश मेरे