दुलाहा के पूआ के सुन ला ख़वरियादुलाहा के पूआ के सुन ला ख़वरियाके मारे हस हस के ना चरियातू तो कैसा नहें समझीपहली चबीली दुलाहा के माईदुलाहा के जाजी बड़ी अरजाईलेके यार के गूमे बजरियाके मारे हस हस के ना चरियातू तो कैसा नहें समझीदुलाहा के माई बड़ी मस्तानीदुलाहा के माई बड़ी मस्तानीबेच चबीली अपनी जवानीसब के आपन सुताए से जरियाके मारे हस हस के ना चरियातू तो कैसा नहें समझीदुलाहा के माई नाछ दिखायेदुलाहा के मामा ढूले बजायेदेखा आपन हिलाये कमरियाके मारे हस हस के ना चरियातू तो एसा नहीं समझी