बाह देखा ये भीया
जब बराज सज़धज के दुवारे आवेले
हाँ
दुलहा मड़वा में खाना खाये बदे बेड़ जाला खिचड़ी खाये बदे
ओ समय माता बहीन लोग गाली गावने
ओ दिना अवरतन कहे गाली शु मन जाला कोई बुरा नहीं मनला
कही से लोग गाली गावने जड़ा सुना भीया
दुलहा का मांगेला या बनबाहिन खोजेला
दुलहा का मांगेला या बनबाहिन खोजेला
इन करबाहिन भाग गयले खाटी का नवा में
जाके खाली लमका केला यही अन्हारीया के बेला
बाती खारी हा नवा में यही आर चुटल बाती खारी हा नवा में
आरे तोहरी बाही नची नार हला मा चल बारी यार
बड़ा द्यान लगवले वहां बुज़ा थाई
आरे तोहरी बाही नची नार हला मा चल बारी यार
अरे लेके भाग गयल धोबीया नवा में
खुमर वावल जाएखे नवा में
देखाई भाईया काहे जाला तुल जाई मुहवा कारखा लगाई
नवा तोहल हला धीरे से भावा नवा में
तुरी भाईनी भाव भाई मुचर खोजानी हो भाई
जागे ना गयली तोहरे खान दाना वामें
जाके खाली लंगा केला ये अधारी याके बेला
लेया तुकल भाटी खारी हाण नवा में
तुरी भाईनी काटीली सबसे कारखा ले पीली
बाल चारं सक पगड़ाईली या हीरा नवा में