दुलहा चलल संग में दुलिन्या भूल जाये ससुरार हूँ
माई छुतल बाबा छुतल बाबुल के दुर दुलहा चलल संग में दुलिन्या भूल जाये ससुरार
सुना सुना आगन लगे धर्वाना सकीया सहेली रोवे फूल परिवा
बाबा रोवे जैसे कोई लूथ ले लधन आज रोकल रूकत नहीं थे आसुन के धार दुलहा चलल संग में दुलिन्या भूल जाये ससुरार
सुना तु आज से बन गईलू सोहागन पती तोरे भगवान हो तून कर पुझारन
पती के चुमत रही हा बेटी हरी दम चरण एही में बाबलाई देखा बेटी तोहार दुलहा चलल संग में दुलिन्या भूल जाये ससुरार
सुना तु आज से बन गईलू सोहागन पती तोरे बाबलाई देखा बेटी तोहार दुलिन्या भूल जाये ससुरार
सुना तु आज से बन गईलू सोहागन पती तोरे बाबलाई दुलिन्या भूल जाये ससुरार