ए दूला बन भोला आए हैं नई नई बराती लाए हैं
ए आ� colored ए
कि हम अर्खके से आए बाद अर्मय आ जाना लाए भवा स्वाद समझ आ जानका भाघ्य नाकिमल ऑल नांच भाजता है
कुड़ेस्ते श्री वराती है तो
हुआ था कि पुषी कोई का गधे के से माहराज लंबे-लंबे मूं वाले हैं पवप और ऐसी आवाज निकालते हैं
तो यह जरूरति नहीं है रे जाना लाएं भाववांज नहीं ऐसी पतो टमरु और डंग बजाते आए हैं नहीं बात
वराती लाए तुला बन भोला आए हैं नई नई वराती लाए हैं तुला बन भोला आए हैं नई नई वराती लाए हैं
आराम आर हर महादेश
सखियों ने जैज़य देखा भाराज़ देखा है सबने
हिमांचन राज्ञ कहा सबने देखा बोले ऐसे वराती है ऐसे वराती है
तो बाकी श्ट्रियां कहने लगी
अर ये ऐसे हैं
गोर्रा के रुख
के संया अरे ऐसे है गोरा के संया ऐसे का हूं के नईया ऐसे है गोरा के संया ऐसे का हूं के नईया
ऐसे है गोरा के संया ऐसे का हूं के नईया ऐसे है गोरा के संया ऐसे का हूं के नईया ऐसे है गोरा के
संया ऐसे का हूं के नईया
हर हर महाले
और कैसे है
सरपों के सिर मॉर बनाए
सरपों के सिर मॉर
सब्सक्राइब सब्सक्राइब सब्सक्राइब लिप्टी है लिप्टी है लिप्टी है लिप्टी है लिप्टी है लिप्टी है लिप्टी है लिप्टी है लिप्टी है लिप्टी है लिप्टी है लिप्टी है लिप्टी है लिप्टी है लिप्टी है लिप्टी है लिप्ट
मांते पे छंदा छंडब छंडब मृती और सम जटों में जटों में गंगा वहैन डू काऊ का निया कृणा स का उप� Opus हर मांत लोग है
ए बने है दूला ओ घड़दानी
ए बने है दूला ओ घड़दानी
भूला ओ घड़दानी खा संभू अघड़दानी
दर्सन के लाने है दुनिया ऐसे का हूँ के नईया
तोरा के निर सैया
तोरा के सैया
जैसे काओ कनईया ऐसे गोड़ा किसनिया जैसे काओ कनईया