पूने पकड़के हाथ मेरी जिन्दगी बनाती
पूने पकड़के हाथ मेरी जिन्दगी बनाती
उन गाउं बाबा दूल्धेव मुझे चरणों में जगाती
उन गाउं बाबा दूल्धेव मुझे चरणों में जगाती
तूने पकड़के हाथ मेरी जिन्दगी बना दी।
पत्वार के बिना ही मेरी नाम चल रही है।
हैरान है जमाना मन्जिल भी मिल रही है।
पत्वार के बिना ही मेरी जिन्दगी बना दी।
मेरी नाम चल रही है।
हैरान है जमाना मन्जिल भी मिल रही है।
दीरान जिन्दगी को।
दीरान जिन्दगी को।
तेरे खुश्बू से महका।
तूने पकड़ के हाथ मेरी जिन्दगी बना दी।
तूने पकड़ के हाथ मेरी जिन्दगी बना दी।
तूने पकड़ के हाथ मेरी जिन्दगी बना दी।
तूने पकड़ के हाथ मेरी जिन्दगी बना दी।
तूने पकड़ के हाथ मेरी जिन्दगी बना दी।
तूने पकड़ के हाथ मेरी जिन्दगी बना दी।
तूने पकड़ के हाथ मेरी जिन्दगी बना दी।
तूने पकड़ के हाथ मेरी जिन्दगी बना दी।
तूने पकड़ के हाथ मेरी जिन्दगी बना दी।
तूने पकड़ के हाथ मेरी जिन्दगी बना दी।