पुछू ना बुझेलू तू बहाडू ना दानसब टेपुर है सन के खेला हाजासब टेपुर है सन के खेला हाजाहाई भावर मरत के जतिया हो रहा है खेरा में बदले के खाटिया होरहे सादा या गर पे हरा रुहता हो जला के दुसारा मरतिया होखोल काला छाला हमसे सिखत रहा हूँ अतमाई रेट में भी कत रहा हूँनाता बेकार हो जाई सगरी पीसल उठल रे नाना दीएही उठल लली चलते साइया कहे दुबाईया छूटल रे नाना दीके हुं मजरा के हुं कौन बाले पासब दाउ रही है जेजे जाले पाजादी महर बूना लटका जटका हतामौरद मौरी दूसरा के घोरवाले पायह फजरा के हुं कौन बाले पासब दाउ रही है जेजे जाले पाहमरे ही चलते है रहे गुंदन के दिलवाट उठले रे ननदीएही उठलले चलते साइयाो कि है दूबाईया छूटल रे ननदीएही उठलले चलते साइयाो कि है दूबाईया छूटल रे ननदीकरते हैं